Hanumangarh Ramleela: पिछले 32 सालों से आयोजित एक रामलीला(Ramleela) सांप्रदायिक सौहार्द का आदर्श उदाहरण है. रामलीला के मंच से धार्मिक और जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया जाता है. जहां देश भर में पूजा पद्धतियों और आराधियों को लेकर अक्सर सामाजिक तनाव की बाते और चर्चाएं अक्सर सामने आती रहती है वही विभिन्न धर्म के धर्मावलंबियों(The followers of religion) ने एक अनूठी सामाजिक सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल स्थापित की है दरअसल इसकी खास बात ये है की इस रामलीला की जो आयोजन समिति है इसके अध्यक्ष एक मुस्लिम(Muslim) धर्मावलंबी है वही इस रामलीला रंगमंच के अंदर सिख(Sikh), हिंदू(Hindu), मुस्लिम सब लोग एक साथ ना इसका आयोजन करते हैं बल्कि मंचन के अंदर भी कलाकार के रूप में अपनी प्रस्तुतियाँ भी देते हैं.