Congress VS BJP on Constitution: बीते सालभर में सड़क से संसद तक अगर कोई एक मुद्दा गूंजा तो वो है संविधान। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ संविधान को अपना चुनावी हथियार बनाया और वंचित समाजों तक मैसेजिंग दी कि बीजेपी आई तो संविधान बदलेगी, आरक्षण खत्म कर देगी। पीएम को तानाशाह बताया और संविधान खतरे में है, के नारे लगाये। बीजेपी ने जब तक इसे काउंटर करने की कोशिशें शुरू कीं तब तक बड़े राज्यों में ये लोगों में आरक्षण, संविधान को लेकर गलतफहमी फैल गई, जिसका असर यूपी जैसे निर्णायक राज्य में देखने को मिला। नतीजों के बाद राहुल गांधी और उनके सहयोगी ज्यादा आक्रामक हुए और संविधान बचाओ अभियान ने गति पकड़ी। खुद राहुल ने संविधान की प्रति के साथ संसद में शपथ ली। इसके लिए फिर बीजेपी ने भी जबरदस्त आक्रामक मुहिम शुरू की। 25 जून यानी आपातकाल की 50वीं बरसी आते-आते देशभर में इसके लिए अपने नैरेटिव को लोगों तक पहुंचाना शुरू किया। संसद में आपातकाल के खिलाफ पुरजोर रुख दिखाया और अब सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस का ही नाम दे दिया है। अब बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress), इंडिया ब्लॉक (INDIA Block) में आमने-सामने की सियासी जंग छिड़ गई है और इसके लिए सहारा संविधान का ही लिया जा रहा है।