
Election 2023: बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा घोषित प्रत्याशी पूर्व मंत्री धनसिंह रावत (Dhan Singh Rawat) की तो चर्चा हो ही रही है. वहीं एक और प्रत्याशी की भी खूब चर्चा हो रही है, और उसका नाम भी धन सिंह है, जो की निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व मंत्री धन सिंह रावत तो मूलत बांसवाड़ा जिले के ही रहने वाले हैं. इसलिए वह चिर परिचित चेहरा हैं, लेकिन जो धन सिंह भील निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनका बांसवाड़ा जिले वास्ता बहुत ही कम है. यह निर्दलीय प्रत्याशी बांसवाड़ा से करीब साढ़े तीन सो किलोमीटर दूर झालावाड़ जिले के मनोहर थाना तहसील क्षेत्र के चांदपुर भिलान गांव के रहने वाले हैं, और उन्होंने बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र जोकि अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. वहां से विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया है.
यह पहला मौका है
अभी तक बांसवाड़ा जिले में आजादी के बाद से जो भी चुनाव हुए हैं, इसमें यहीं के प्रत्याशी के चुनावी मैदान में उतरे हैं. लेकिन यह पहला मौका है जब कोई अपने गृह क्षेत्र से सैंकड़ों किलोमीटर दूर आकर चुनाव लड़ रहा है, और वह भी एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर. इस नामांकन को लेकर राजनीतिक दलों में तो चर्चा है की साथ ही आम लोगों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है. इस निर्दलीय प्रत्याशी के अतिरिक्त भाजपा, कांग्रेस, भारतीय आदिवासी पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी सहित अन्य सभी पांच विधानसभा क्षेत्र में 39 प्रत्याशी मूल रूप से बांसवाड़ा जिले के ही रहने वाले हैं.
जिले की सभी विधानसभा आरक्षित
उल्लेखनीय है कि जनजाति बहुल बांसवाड़ा संभाग के बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ की सभी विधानसभा की 11 सीटें और बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए ही आरक्षित है, और यहां केवल अनुसूचित जनजाति वर्ग का व्यक्ति ही सरपंच से लेकर सांसद तक का चुनाव लड़ सकता है.