
बहुचर्चित भीलवाड़ा भट्टी कांड में मुख्य सूत्रधार इनामी बदमाश महिला को पकड़ लिया गया. पुलिस को आखिर 7 दिन बाद बड़ी सफलता हाथ लगी है. हत्याकांड में अहम रोल रखने इनामी बदमाश महिला को पुलिस ने किशनगढ़ (अजमेर) के जंगल से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की. 2 अगस्त को मासूम से सामूहिक दुष्कर्म, हत्या और शव को कोयले की भट्टी में झोंकने वाली घटना के सभी 11 आरोपी पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं.
भीलवाड़ा के कोटड़ी थाना क्षेत्र हुई ह्रदयविदारक घटना में मुख्य आरोपी की मां ढूंढने के लिए पुलिस ने कल ही ₹20 हजार का इनाम घोषित किया था. शाहपुरा एसपी आलोक श्रीवास्तव ने फरार महिला पर इनाम घोषित किया था. कल रात को पुलिस को इनामी बदमाश महिला के किशनगढ़ के जंगल में छिपे होने की सूचना मिली थी. मुखबिर की मिली सूचना के आधार पर बनेड़ा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह को मौके के लिए रवाना किया गया.
महिला को देर रात पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली. मामले के जांच अधिकारी कोटडी डिप्टी श्यामसुंदर विश्नोई का कहना है की मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था. मगर मुख्य आरोपी की मां गीता उर्फ मेवा कालबेलिया फरार चल रही थी. जिसको सुबह पुलिस ने किशनगढ़ के जंगल से पकड़ा. कोटड़ी थाने लाकर उससे विस्तार से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इसी के साथ पुलिस ने फरार चल रही मेवा कालबेलिया उर्फ गीता को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को लगातार चकमा देने में कामयाब हो रही गीता की गिफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. वहीं बीते 7 दिन से फरार चल रही एक किशोरी जिसका भी घटनाक्रम में नाम सामने आया उसको भी पुलिस ने पकड़ लिया है.
पुलिस पर अब दबाव
हत्या, दुष्कर्म और शव को भट्टी में जलाने के पहले मामले में सभी 11 नामजद आरोपी पुलिस की पकड़ में है. इनमें आठ को गिरफ्तार किया गया है. जबकि तीन बाल अपचारी होने से उन्हें निरुद्ध किया गया है. इसके बाद अब पुलिस पर जल्द से जल्द मामले में चालान पेश करने का दबाव है.
महिलाओं की चौकड़ी की रही है भूमिका
बहुचर्चित हत्याकांड में सूत्रों के अनुसार 4 महिलाओं का अहम रोल रहा. पुलिस ने अब तक मामले में 6 पुरुष 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया है. पूरे माम्मले में दो महिलाओं और दो किशोरियों ने शव को ठिकाने लगाने और सबूत मिटाने में बड़ा जिम्मा उठाया था.