
ACB Action: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने श्रम विभाग में बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र कुमार लखारा और चपरासी अशोक कुमार को 33 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई से श्रम विभाग के कार्यालय में हड़कंप मच गया. एसीबी की टीम ने उदयपुर-भीलवाड़ा राजमार्ग पर स्थित श्रम विभाग के दफ्तर में यह ऑपरेशन चलाया.
एफडी तोड़ने के लिए मांगी थी रिश्वत
एसीबी के डिप्टी पारसमल के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पता चला कि नरेंद्र कुमार ने एक शिकायतकर्ता से दो फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) तोड़ने के बदले रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके साले की क्लेम राशि के लिए एफडी तोड़ने का काम अटका था. नरेंद्र कुमार ने चपरासी अशोक कुमार के जरिए पहले 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. बाद में सौदा 33 हजार रुपये में तय हुआ.
एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा
शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने जाल बिछाया. शिकायतकर्ता को 33 हजार रुपये लेकर श्रम विभाग के कार्यालय भेजा गया. जैसे ही रिश्वत की राशि ली गई, एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को धर दबोचा. मौके पर रिश्वत की रकम भी बरामद की गई. दोनों से पूछताछ जारी है ताकि इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके.
भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार
एसीबी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है. स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई की चर्चा जोरों पर है. आम जनता को उम्मीद है कि ऐसी कार्रवाइयों से सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. एसीबी ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम आगे भी जारी रहेगी.