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This Article is From May 29, 2025

Cyber Fraud: ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी, कंपनी बंद करके भाग गए बदमाश

Bharatpur: भरतपुर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए फर्जी कंपनी से जुड़े आरोपियों की पहचान की.

Cyber Fraud: ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी, कंपनी बंद करके भाग गए बदमाश
भरतपुर पुलिस ने मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया.

Crypto currency and Online investment fraud: साइबर ठगी के लिए बदनाम मेवात में प्रदेशभर के क्षेत्रों में ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं. वहीं, भरतपुर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है. कोतवाली थाना पुलिस ने ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक की जांच में करीब 5 करोड़ रुपए की ठगी और 30 हजार डॉलर के फर्जी लेन-देन का खुलासा किया है. आरोपियों ने NEXTRADE और SAHM नाम की फर्जी कंपनियों के जरिए लोगों को ठगने का काम किया था.

आरोपियों से पूछताछ जारी

पुलिस अभी भी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और ठगी की राशि के इस्तेमाल का पता लगाने की कोशिश कर रही है. साथ ही उनके बैंक खातों, डिजिटल वॉलेट्स और संभावित अन्य पीड़ितों की पहचान की जा रही है. सीओ सिटी पंकज ने बताया कि 13 मई 2025 को मनीष गर्ग ने कोतवाली थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

पीड़ित की ओर से शिकायत देते हुए बताया कि वर्ष 2024 में वह NEXTRADE नामक एक ऑनलाइन मनी जनरेटिंग कंपनी के संपर्क में आया था. जुलाई से अक्टूबर 2024 तक उसने इस कंपनी में निवेश किया. लेकिन अक्टूबर के बाद कंपनी अचानक बंद हो गई और निवेश की गई राशि लौटाई नहीं गई. पीड़ित गर्ग ने करीब 22 लाख रुपए का निवेश किया था. जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

एसपी ने गठित की थी विशेष टीम 

शिकायत मिलने के बाद भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने एक विशेष टीम का गठन किया. इस दल ने तकनीकी विश्लेषण और साक्ष्यों के आधार पर फर्जी कंपनी से जुड़े आरोपियों की पहचान की. टीम ने जयपुर और मानेसर समेत विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया.

एक कंपनी बंद हुई तो दूसरे के नाम पर करने लगे ठगी

सीओ पंकज ने बताया कि पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी NEXTRADE के बंद होने के बाद भी अपनी धोखाधड़ी की गतिविधियां बंद नहीं किए थे. अब आरोपी SAHM नामक एक नई फर्जी कंपनी के जरिए लोगों को फिर से निवेश के नाम पर ठग रहे थे. इन आरोपियों में सुनील कुमार (27), समीर सुथार (20), हेमराज रंगेरा (25), चिराग यादव (27), दिनेश रजवानिया (26), सौरभ सेठी (28), अमित बाबल (29) और सूरज मील (25) शामिल हैं. 

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