
Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले का मेवात इलाका साइबर ठगी का कितना बड़ा गढ़ है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 4 महीने में 74 गैंग ने ठगी करके 3 अरब 36 करोड़ रुपये कमा लिए हैं. नगर थाने में दर्ज मामले के आरोपी आरिफ खान 13 करोड़ 50 लाख रुपये, कामा थाने में दर्ज मामले के आरोपी जावेद ने 11 करोड़ 69 लाख रुपये, कैथवाड़ा थाने में दर्ज मामले के आरोपी तालीम ने 7 करोड़ 85 लाख रुपये, सीकरी थाने में दर्ज मामले के आरोपी तैफूल ने 7 करोड़ 3 लाख रुपये की ठगी की है. इन्हें मिलाकर करीब 74 गैंग ने मार्च, अप्रैल, मई, जून महीने में 3 अरब 36 करोड़ रुपये की ठगी की है.
अश्लील मॉर्फ वीडियो बनाकर 90% ठगी
डीग जिले के डीग कोतवाली, कामां, सीकरी, नगर, पहाड़ी, खोह, कैथवाड़ा, जालूकी, जुरहरा, गोपालगढ़ इन थानों में साइबर ठगी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं. 90% ठगी अश्लील वीडियो के साथ लोगों की तस्वीर को मॉर्फ करके की गई है. इसके अलावा साइबर ठग सोशल मीडिया पर कार-स्पीड बाइक-महंगे फोन सस्ते दाम में बेचने का लालच देकर, वॉट्सऐप मैसेज पर लॉटरी का लालच देकर, ऑनलाइन सामान बुक करने के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं.
अब तक 200 साइबर ठग हुए गिरफ्तार
इन मामलों पर लगाम लगाने के लिए भरतपुर रेंज आईजी के निर्देशन में 'ऑपरेशन एंटी वायरस' चलाया जा रहा है. 1 मार्च 2024 से शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई के चलते अगस्त माह तक साइबर अपराध के मामलों में 69% की कमी आई है.
कैसे हुआ ठगी की राशि का खुलासा?
आईजी राहुल प्रकाश के अनुसार, पहले साइबर ठगों द्वारा ठगी के लिए प्रयोग किए गए मोबाइल आईएमईआई और सिम कार्ड की जांच की जाती थी. लेकिन जब इनके द्वारा ठगी के दौरान प्रयोग किए गए मोबाइल आईएमईआई और सिम कार्ड को अन्य मोबाइल आईएमईआई और सिम कार्ड से लिंक किया गया तो ठगी गई राशि का खुलासा हुआ.
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