Nagaur Crime News: राजस्थान के नागौर मेड़ता मुख्य मार्ग पर स्थित एसबीआई (SBI) एटीएम को गैस कटर से काटकर ले जाने का मामला कुछ दिन पहले सामने आया था. जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता मिली थी. इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को सात आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनके पास से वारदात में इस्तेमाल बोलेरो ट्रक भी बरामद किया गया है. इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से गैस सिलेंडर पाइप, चाकू और अन्य सामग्री भी जब्त की गई है. सातों आरोपियों में से तीन को नागौर जिले के गोटन और चार को जोधपुर जिले के भोपालगढ़ से गिरफ्तार किया गया.
गैस कटर लेकर ATM काटने पहुंचे थे बदमाश
मंगलवार 7 जनवरी को मेड़ता रोड में बस स्टैंड और रेलवे फाटक संख्या 101 के बीच स्थित एसबीआई एटीएम में बदमाशों के जरिए लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. वारदात से पहले आरोपी एक गाड़ी में सवार होकर एटीएम पहुंचे थे, जहां उन्होंने मुंह पर कपड़ा बांधा और करीब 30 मिनट तक एटीएम को गैस कटर से काटने का प्रयास किया. इस दौरान एसएचओ राधा किशन मीणा को एटीएम में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली. जिस पर वे सुबह 4 बजे मौके पर पहुंचे. तब तक चोरों को भनक लगने से पहले ही वह अपनी गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गए.
नाकेबंदी और सीसीटीवी की मदद से हुई आरोपियों की पहचान
अपराधियों को तुरंत पकड़ने के लिए पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई. साथ ही मेड़ता से जिला टीम मौके पर पहुंची. दिनभर आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज देखकर पहचान के आधार पर आरोपियों की तलाश करती रही. जिसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इस टीम में नागौर पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने मेड़ता पुलिस उपाधीक्षक रामकरण सिंह मलिन्डा, मेड़ता रोड थानाधिकारी राधाकिशन मीणा शामिल थे. इस डीएसटी टीम का नेतृत्व सब इंस्पेक्टर विजय सिंह ने किया था.
ये सामान हुआ बरामद
मामले को लेकर वृत्ताधिकारी मेड़ता सिटी रामकरण सिंह ने बताया कि आरोपियों से पुलिस ने बिना नंबर के चोरी की हुई बोलेरो (लक्जरी वाहन), एक ट्रक, गैस कटर सिलेंडर, एक हथोड़ा, दो प्लस, दो चाकू, एक लोहे का पंच, एक पिस्टलनुमा लाइटर, दो ऑक्सीजन सिलेंडर, एक एलपीजी सिलेंडर, एक नोजल पाइप बरामद किया है.
आरोपी पुलिस से बचने के लिए अपने साथ एक बड़ा ट्रक भी साथ में रखते थे ताकि एटीएम को उखाड़ कर इस वाहन में रख लेते हैं, ताकि पुलिस को बड़े वाहन पर शक नहीं हो, और आसानी से गैस सिलेंडर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि भी बड़े वाहन में रख लेते हैं। बड़े वाहनो को घटनास्थल से दूर रखते हैं ताकि आम लोगों और पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके.