
Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. जहां जीणमाता थाने की पुलिस ने राजस्थान पुलिस की वर्दी पहनकर धौंस जमाने वाले एक फर्जी सीआई को गिरफ्तार किया है. जीणमाता थाना अधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि उदयपुरा मोड पर एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहने हुए है काफी देर से बस स्टैंड पर खड़ा है. जिसके कंधे पर तीन स्टार लगे हुए हैं और वह संदिग्ध पुलिस अधिकारी प्रतीत हो रहा है.
सूचना पर पुलिस टीम दुधवा से रवाना होकर उदयपुरा बस स्टैंड पहुंची. जहां पर बनी दुकानों के बाहर एक व्यक्ति राजस्थान पुलिस की वर्दी पहने हुए था. जिसके कंधे पर तीन स्टार लगे हुए थे और पैरों में लाल जूते थे. सर पर कैप लगी हुई थी, जिस पर अंग्रेजी में आईपीएस का बैज था.
खुद को बताया सीकर कोतवाली इंचार्ज
उदयपुरा बस स्टैंड पर पुलिस की वर्दी पहने हुए व्यक्ति से उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम सुरेश चौधरी बताया और पदस्थापना के बारे में पूछने पर उसने शहर कोतवाली सीकर में पदस्थापित होना बताया. वहीं राजस्थान पुलिस में अभी दो-तीन माह पहले ही भर्ती होना बताया. जिस पर पुलिस ने वर्दी पहने शख्स को बताया कि सीकर शहर कोतवाली में तो वर्तमान में इंस्पेक्टर सुनील जांगिड़ लगे हुए हैं, जिस पर पुलिस की वर्दी पहने हुए शख्स ने चुप्पी साध ली.
पुलिस ने जब पुलिस की वर्दी पहने व्यक्ति से तसल्ली से पूछताछ की तो वर्दी पहने व्यक्ति ने अपना नाम सुरेश चौधरी पुत्र श्योजीराम जाति जाट निवासी नरोदडा पुलिस थाना फागी जिला जयपुर ग्रामीण का होना बताया.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
पुलिस की वर्दी पहनकर जमाता धौंस
इसके साथ ही जब आईडी या पुलिस कार्ड के बारे में पूछताछ की तो वह भी उसके पास नहीं मिली और आरोपी घबराने लगा. जब गहनता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मैं राजस्थान पुलिस में नौकरी नहीं करता हूं. मैं वर्दी पहनकर लोगों को धोखे में रखकर मेरे कई काम करवा लेता हूं. इसके बाद पुलिस की वर्दी पहनकर धौंस जमाने के मामले में आरोपी सुरेश चौधरी को गिरफ्तार किया गया.
जयपुर में ठगे 5 लाख रुपये
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 6 जनवरी को उसने जयपुर में मनोज आसीवाल से 5 लाख रुपए ठगे थे. जिसमें उसने मनोज को खुद का लोन क्लियर करने के लिए बैंक में जमा करवाने और अगले ही दिन पैसे वापस देने की बात कही थी. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सीकर शहर में ही रहता है और आरोपी पर पूर्व में 3 मामले दर्ज हैं.
साल 2024 में कोतवाली थाना इलाके में आरोपी ने चंदपुरा निवासी प्रभुदयाल के साथ ठगी की थी. तब आरोपी सुरेश चौधरी ने खुद को बैंक में कर्मचारी होने की बात कहकर 1 लाख रुपए लेकर वह फरार हो गया.
पत्नी का कर चुका है मर्डर
वहीं सामने आया कि आरोपी साल 2020 में खुद की पत्नी का मर्डर भी कर चुका है. इस संबंध में मृतका के भाई ने जयपुर के फागी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था कि 28 मार्च 2020 को उसके पास सुबह 7:58 पर कॉल आया था कि उसकी बहन सुनीता मकान के सामने मृत अवस्था में रोड पर पड़ी है.
घटना के बाद पुलिस और परिजनों के पर पहुंचे. अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू की. इसके बाद मामले में पुलिस ने आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया था.
कई लोगों से ठग चुका है लाखों रुपये
थानाधिकारी जीणमाता दलीप सिंह के अनुसार आरोपी बदमाश प्रवृत्ति का है. उसका हमेशा से इरादा लोगों से धोखाधड़ी करने का रहता है. वह पुलिस की वर्दी इसलिए पहनता था, ताकि लोग जल्दी उसका विश्वास कर ले और विश्वास में आकर वह लोगों से रुपए ऐंठ सके. आरोपी सीकर सहित अन्य कई धार्मिक स्थानों पर जाकर VIP ट्रीटमेंट भी ले चुका है.
जीणमाता थाना पुलिस गिरफ्तार आरोपी सुरेश चौधरी से गहनता से पूछताछ कर रही. गिरफ्तार आरोपी शातिर और बदमाश किस्म का है जिससे पूछताछ के बाद कई अन्य मामलों का खुलासा होने की संभावना भी है.
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