
Rajasthan News: राजस्थान में टोंक जिले की अलीगढ़ थाना पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े मामले का पर्दाफाश किया है. जिसमें उन्होंने कुख्यात टीपर गैंग के सरगना सोनू मीणा सहित चार ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से दो लग्जरी कारें, 9 चेकबुक, 2 बैंक पासबुक और 10 मोबाइल फोन जब्त किए हैं. ये गैंग ऑनलाइन गेम और टिपिंग जैसे तरीकों से लोगों को ठगता था. पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से साइबर अपराध के और बड़े राज खुलेंगे.
लग्जरी जिंदगी के शौकीन बने ठग
पकड़े गए चारों आरोपी टोंक के पाटोली गांव के रहने वाले हैं. इनमें सोनू मीणा (26), आकाश मीणा (26), शिवम मीणा उर्फ पिंटू (25) और विक्रम मीणा (25) शामिल हैं. ये लोग ऐशो-आराम और महंगी जिंदगी जीने के आदी थे. लग्जरी कारों, किराए के फ्लैटों और होटलों में रहकर ये ठगी की साजिश रचते थे. पुलिस ने इनके कब्जे से महिंद्रा स्कॉर्पियो एन और एक्सयूवी 700 जैसी महंगी गाड़ियां जब्त की हैं.
ऐसे रचते थे ठगी की साजिश
टीपर गैंग खास एप्स बनाकर लोगों को ऑनलाइन गेम और टिपिंग के नाम पर लुभाता था. ये टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए सैकड़ों लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. ठगी से मिले पैसे को ये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करते थे. पुलिस ने इनके पास से जब्त चेकबुक और पासबुक से ऐसे कई लेनदेन का पता लगाया है.
पुलिस की स्पेशल टीम ने दिखाया दम
टोंक पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने साइबर ठगी की बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लिया. उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजेंद्र सिंह भाटी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई. इस टीम में अलीगढ़ थानाधिकारी पवन कुमार, साइबर सेल के राजेश गुर्जर और राजेश शर्मा शामिल थे. साइबर सेल की तकनीकी जानकारी और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने नाकाबंदी कर इन ठगों को धर दबोचा.
अवैध संपत्तियों पर होगी सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने बताया कि ठगी से कमाए गए पैसों से खरीदी गई चल-अचल संपत्तियों की जांच की जाएगी. ऐसे सभी अवैध ठिकानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी. पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
आमजन के लिए पुलिस की सलाह
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, पासवर्ड और आधार नंबर किसी के साथ साझा न करें. संदिग्ध लिंक या ईमेल से बचें, मजबूत पासवर्ड बनाएं और ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतें. साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में शिकायत करें.
बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा
यह गिरफ्तारी टोंक पुलिस की बड़ी कामयाबी है. पुलिस को उम्मीद है कि इन ठगों से पूछताछ में साइबर ठगी के और बड़े नेटवर्क का खुलासा होगा. आमजन को सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे ऐसे ठगों के जाल में न फंसें.
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