Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में साधु प्रमोद गिरि रोज हठ योग करते हैं. कड़ाके की ठंड में सुबह 4 बजे रोज 61 घड़ों से स्नान करते हैं. पानी भी ठंडा रहता है. उनकी तपस्या देखकर हर कोई हैरान है. वो बैठ जाते हैं और दूसरे साधु उनके ऊपर घड़े से पानी डालते हैं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उन्होंने कहा कि हम नागा साधु हैं. युगों से तपस्या करना हमारा काम है. हमारे गुरुकुल में होता आया है. उसी परंपरा को लेकर हम भी आगे बढ़ रहे हैं.
21 दिनों तक चलेगा 'हठ योग'
उन्होंने कहा कि घड़ों से स्नान करने की रस्म आमतौर पर 41 दिनों तक चलती है. लेकिन, महाकुंभ मेले में जगह और समय की कमी के कारण इसे घटाकर 21 दिन कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि 51 घड़ों से इस परंपरा की शुरुआत हुई. रात को घड़ा भरकर रख देते हैं. सुबह सभी लोग पानी मेरे ऊपर डालते हैं. उन्होंने कहा कि इसे आप जलाभिषेक बोलिए.
घड़े रोज बढ़ते रहते हैं
उन्होंने कहा कि घड़े बढ़ते रहते हैं. एक दिन दो एक दिन तीन इस तरह से घड़े बढ़ते रहते हैं. उन्होंने कहा आज 61 घड़े जल से अनुष्ठान हुआ. 21 दिन में 108 घड़ों के जल से स्नान करेंगे. उन्होंने बताया कि लोक कल्याण और जन कल्याण के लिए हम ये अनुष्ठान करते हैं. इसे आगे भी इसी तरह से करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे बाबा जी की 65 साल समाधी है. हमारे राजस्थान उनका डंका बजता है.
#WATCH | Mahakumbh 2025 | Prayagraj, Uttar Pradesh: Naga Sadhu Pramod Giri Maharaj performs 'Hatha Yoga' in the Mahakumbh Mela by bathing with 61 pots of water. He performs this remarkable ritual every morning at 4:00 AM. pic.twitter.com/AWIPwthx9O
— ANI (@ANI) January 7, 2025
गुरु पंरपरा को आगे बढ़ा रहे बाबा
जब कुछ नहीं मिलता था तो बड़े-बड़े बाल्टे से स्नान करते थे. गांवों से लोग आ जाते थे. उनके बच्चे नाती-पोते बाबा की सेवा करते हैं. महाराज जी के दादा बड़े-बड़े बाल्टे में पानी भरकर देते थे सुबह स्नान करते थे. उन्होंने कहा कि हम सन्यासियों का ये गुरु परंपरा है. इसको हम लेकर चलते हैं.
"एक हाथ माला और दूसरे में भाला रखते हैं"
उन्होंने कहा कि इसके पीछे हमारा कोई स्वार्थ नहीं है. हम लोक कल्याण के लिए ये करते हैं. मुगल के समय भी हम नागाओं ने युद्ध किया है. उन्होंने कहा कि हमारे गुरु जी का आशीर्वाद है. हमारे एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला रहता है. जरूरत पड़ने पर हम भाला भी उठा सकते हैं. पिछले 9 साल से प्रमोद गिरि हठ योग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुरु जी की जब तक कृपा रहेगी तब तक चलता रहेगा.
बाबा के शिष्य परंपर को आगे बढ़ाएंगे
उन्होंने कहा कि मेरे बाद दीपक गिरि मेरा शिष्य इस परंपरा को आगे बढ़ाएगा. उनका शिष्य भी राजस्थान में रहता है. बारां में उसने जलधारा की थी. उनके शिष्य बाबा गौतम गिरि हरियाणा में जलधारा करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ में होने की वजह से सभी नहीं कर पा रहे हैं. केवल मैं ही कर रहा हूं. गंगा स्नान पर कहा कि 14 तारीख को पहला शाही स्नान होगा. उसमे हम स्नान करेंगे. उस दिन सबसे कठिन होगा. पहले जलधारा करेंगे उसके बाद शाही स्नान करेंगे.
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