
जयपुर हेरिटेज सिटी की मेयर मुनेश गुर्जर को स्वायत्ता शाशन विभाग ने देर रात जारी किये एक आदेश में मेयर पद से तुरंत प्रभाव से हटा दिया है. आदेश के अनुसार, मेयर को पद से हटाने के साथ-साथ उन्हें उनके वार्ड 43 नगर निगम हेरिटेज से भी निलंबित किया गया है.
मेयर के पति रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार
कल राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो ने मेयर के पति सुशील गुर्जर को दो लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था. इसके साथ ही उनके घर की तलाशी के दौरान 40 लाख रुपये से अधिक बरामद हुआ था.
जयपुर हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर को कांग्रेस ने पद से हटाया, मुनेश के पति रिश्वत लेते हुए थे गिरफ्तार, देखें @harsha_ndtv की रिपोर्ट pic.twitter.com/ttFtjiCvob
— NDTV India (@ndtvindia) August 6, 2023
रिश्वत मामले में मेयर प्रथम दृष्टता संलिप्त पाई गईं
इस आदेश में कहा गया है कि परिवादी के पत्ते की फाइल मेयर पति के घर से बरामद होना तथा मेयर के घर पर उपस्थिति में मेयर के पति का रिश्वत प्राप्त करने के तथ्यों से ऐसा लगता है कि मेयर प्रथम दृष्टता इस मामले में संलिप्त हैं.

भाजपा ने कांग्रेस पर कसा तंज
इसको लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा प्रवक्ता राज्य वर्धन राठौर ने कहा था कि " राजस्थान की लूट और झूट का एक और घोटाला, हेरिटेज के मेयर के पति घूस लेते हुए पकड़े गए , मुख्यमंत्री ने अंगूठे पर पट्टी बंधी है या आंख पर "
भ्रष्टाचार करते हुए किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा: मुख्यमंत्री
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री ने शनिवार को बयान में कहा कि भ्रष्टाचार करते हुए किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा .उनका कहना था कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को स्वतंत्र रूप से काम करने की छूट सिर्फ राजस्थान में है और इसलिए कांग्रेस मेयर के पति के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई संभव हो पाई है.
जयपुर हेरिटेज के मेयर की कुर्सी खास
जयपुर हेरिटेज विश्व धरोहर है. ऐसे में यहाँ मेयर की कुर्सी एक प्रतिष्ठित पद है. जयपुर और कोटा में दो नगर निगम हैं और यहाँ 2019 से 2 मेयर हैं. मुनेश गुर्जर कांग्रेस से जयपुर हेरिटेज की मेयर थी और सौम्य गुजर जयपुर की मेयर हैं. इस सरकार के कार्यकाल में ये दोनों ही अपने पति के कारण विवादों में रही हैं.