Rajkumar Roat: एक कार्यक्रम में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज द्वारा की गई एक टिप्पणी पर काफी हंगामा हो रहा है. अब जज के खिलाफ महाभियोग लाने की बातें कही जा रही हैं. बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने कहा है कि उनके (जज) खिलाफ संविधान के मुताबिक महाअभियोग लाया जाएगा.
उन्होंने इलाहबाद हाई कोर्ट के जज की एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ''हाईकोर्ट के जज होकर यदि धार्मिक जहर फैलाने का काम कर रहे हैं, तो देश का मुस्लिम, दलित, आदिवासी और गरीब तबके का व्यक्ति न्याय के लिए कहाँ जाएगा ? इस तरह के बयान हमारे देश की एकता और अखंडता को तोड़ने करने का काम कर रहे हैं. जिम्मेदार पद पर रहते हुए इस तरह के बयान को लेकर संविधान की धारा 124(4) के तहत संसद में महाभियोग लाया जायेगा.''
हाईकोर्ट के जज होकर यदि धार्मिक जहर फैलाने का काम कर रहे हैं, तो देश का मुस्लिम, दलित, आदिवासी और गरीब तबके का व्यक्ति न्याय के लिए कहाँ जाएगा ? इस तरह के बयान हमारे देश की एकता और अखंडता को तोड़ने करने का काम कर रहे हैं।https://t.co/4IYWEgJzsl pic.twitter.com/94yhbFjfNN
— Rajkumar Roat (@roat_mla) December 11, 2024
क्या कहा था इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने ?
8 दिसंबर को जस्टिस शेखर कुमार यादव ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और 'समान नागरिक संहिता: एक संवैधानिक जरूरत' पर सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश को हिंदुओं, जो बहुसंख्यक हैं, की इच्छाओं के अनुसार चलना चाहिए और आगे भी चलेगा.
जस्टिस यादव ने यह भी कहा कि उन्होंने "शपथ" ली है कि समान नागरिक संहिता जल्द ही देश में लागू होगी. उन्होंने अयोध्या मंदिर के लिए हिंदू पूर्वजों द्वारा दिए गए बलिदानों का जिक्र करते हुए समान नागरिक संहिता की अहमियत पर जोर दिया था.
उन्होंने कहा, "ये कहने में बिल्कुल गुरेज़ नहीं है कि ये हिन्दुस्तान है. हिन्दुस्तान में रहने वाले बहुसंख्यक के अनुसार ही देश चलेगा. यही क़ानून है. आप यह भी नहीं कह सकते कि हाई कोर्ट के जज होकर ऐसा बोल रहे हैं. क़ानून तो भैय्या बहुसंख्यक से ही चलता है. परिवार में भी देखिए, समाज में भी देखिए. जहां पर अधिक लोग होते हैं, जो कहते हैं उसी को माना जाता है."