Paper Leak Case: राजस्थान के पूर्व मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में बड़े आरोप लगाए हैं. बुधवार (24 जुलाई) को उन्होंने एसओजी (Special Operations Group) के दफ्तर जाकर कहा कि उन्होंने परीक्षाओं में गड़बड़ी होने के सबूत पेश किए. मीणा ने इसके बाद कहा कि इस मामले में नेताओं से लेकर अधिकारी और एसओजी के दो पुलिसकर्मी भी लिप्त थे. उन्होंने सीधे-सीधे राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ शिव सिंह राठौड़ पर उंगली उठाई. मगर राठौड़ ने इन आरोपों को नकारते हुए मीणा के आरोपों को पूरी तरह से झूठ बताया है.
किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया था कि आरएएस भर्ती परीक्षा (RAS), एसआई भर्ती परीक्षा (SI) और रीट भर्ती परीक्षा (REET) मामले में अनियमितता हुई थी. उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग, आरपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन शिव सिंह राठौड़ पर आरोप लगाए और दावा किया कि परीक्षा में कई परीक्षार्थियों को गलत तरीके से पास कराया गया. मीणा ने आरपीएससी के वर्तमान अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय के खिलाफ भी आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने उनके बारे में भी एसओजी को सबूत सौंपे हैं.
RPSC के पूर्व अध्यक्ष डॉ शिव सिंह राठौर की सफाई
आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष डॉ शिव सिंह राठौर ने एनडीटीवी से कहा कि डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा ने जो दो आरोप लगाए हैं, वह 100 प्रतिशत झूठ हैं, और इनमें कोई सत्यता नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी शुरू से बावड़ियों और जिओ पार्क के संबंध में रुचि रही है और इस विषय पर किसी अखबार में एक लेख छपा था, तो उन्होंने सिर्फ जिज्ञासा की वजह से अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस लेख को शेयर किया था और इसे लेकर उन पर आरोप लगाना गलत है.
डॉ शिव सिंह राठौर ने कहा,"अखबार में कोई आर्टिकल छपता है तो इसका मतलब पेपर छपना थोड़े ही होता है. और कोई अगर नकल करवाना चाहता है तो सवाल अखबार में छपवाता है क्या?"
पेपर बनाने में अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं
उन्होंने ये भी कहा कि परीक्षा के पेपर बनाने में RPSC अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होती है, और पेपर में पूछने वाले सवाल हों या फिर जहां भी छपाई होनी हो, और कैसे उसको बंटवाना है, इसमें अध्यक्ष का सीधा कोई दखल नहीं होता है.
डॉ शिव सिंह राठौर ने कहा,"इसलिए डॉ किरोड़ी मीणा द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और मैं दावे के साथ कह रहा हूँ कि कोई भी जांच एजेंसी जांच कर ले, मेरा उसमें कहीं भी कोई दखल उन्हें नहीं मिलेगा."
उन्होंने यह भी कहा कि RAS 2021 की परीक्षा में उनकी कोई भूमिका ही नहीं थी और ना ही उनके पास इसकी कोई ज़िम्मेदारी थी. उन्होंने कहा,"यह परीक्षा मेरे रिटायरमेंट के बाद हुई थी."
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