Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर (Ajmer) जिले में इन दिनों ट्रेनी आईपीएस कांबले शरण गोपीनाथ (Kamble Sharan Gopinath) का नाम काफी चर्चाओं में चल रहा है. पुलिस महकमें से लेकर नेताओं और आम जनता तक, सभी की जुबान पर कांबले की कार्य प्रणाली की चर्चा है. अभी उन्हें पुष्कर थाने का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इसी दौरान वह पुष्कर में नशे के कारोबार के साथ अवैध खनन माफिया पर भी लगातार कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं. यही नहीं, अवैध खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए उन्होंने अपना भेष तक बदल लिया था और ग्रामीण परिवेश में ही कार्रवाई करने सुबह 4:00 बजे अपनी टीम के साथ पुष्कर घाटी पहुंच गए थे.
सिर पर गमछा बांधकर पहुंचे अधिकारी
बजरी माफिया को जैसे ही ग्रामीण परिवेश में प्रशिक्षु IPS कांबले शरण गोपीनाथ के वहां आने की सूचना मिली तो वहां हड़कंप मच गया और उन्होंने ट्रैक्टर सड़क पर सरपट दौड़ना शुरू कर दिए. हालांकि आईपीएस ने भी अपनी टीम के साथ अवैध बजरी खनन करने वाले वाहन चालकों का पीछा किया और एक डंपर और तीन ट्रैक्टर अवैध बजरी से भरे जप्त कर लिए. गोपीनाथ ने बताया कि लगातार पुष्कर के आसपास अवैध बजरी की बिक्री लगातार जारी है, जिस पर कार्रवाई के लिए मैंने अपनी एक टीम का गठन किया और आज सुबह 4:00 बजे ग्रामीण परिवेश में सिर पर गमछा बांधकर बालाजी मंदिर पुष्कर घाटी के आसपास कार्रवाई की.
डंपर-ट्रंप को लग्जरी कार का एस्कॉर्ट
ट्रेनी आईपीएस के अनुसार, रोजाना इस क्षेत्र से 40 डंपर और 20 ट्रैक्टर ट्राली बजरी से भरी हुई शहर के अलग-अलग कोनों में बिकने के लिए अवैध रूप से जाती है. बजरी खनन के दौरान पूरी प्लानिंग अवैध खनन करने वालों द्वारा की जाती है. डंपर और ट्रैक्टर के आगे लग्जरी कार चलती रहती है, जो पीछे चल रहे ट्रक व डंपर को पुलिस नाकाबंदी की सूचना मोबाइल फोन के जरिए देती रहती है. इस कारण जिस रूट पर पुलिस द्वारा नाकाबंदी की जाती है, शातिर डंपर और ट्रैक्टर चालक अपना रूट बदलकर दूसरे रूट से निकल जाते हैं. आज हुई कार्रवाई में चार लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.
2 महीने पहले भी हुआ था हादसा
गौरतलब है कि करीब 2 महीने पहले पुष्कर घाटी पर अवैध बजरी से भरे डंपर चालक ने तेज गति से चलाते हुए दो मेडिकल छात्रों को टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी दर्दनाक मौके पर ही मौत हो गई थी. इस मामले में मृतक छात्रों के परिजनों ने इस तरीके के अवैध खनन करने वालों और अवैध वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई थी.
ये भी पढ़ें:- आज कोटा से गरमाएगी राजस्थान की सियासत, नामांकन से पहले ओम बिरला दिखाएंगे ताकत