Rajasthan News: आपने हिंदी फिल्म 3 Idiots तो कई बार देखी होगी. इसमें मशहूर अभिनेता आमिर खान (Aamir Khan) कहते हैं कि कामयाबी के पीछे मत भागो. काबिल बनो. सफलता झक मार के तुम्हारे पास आएगी. कुछ ऐसा ही जज्बा और नायाब उदाहरण पेश किया है कोटा (Kota) जिले में दीगोद तहसील के प्रेमपुरा की युवती रिंपी (Rimpi) ने.
रिंपी ने पारिवारिक परिस्थितियों के चलते सरकारी नौकरी छोड़ खेती की तरफ कदम बढ़ाए और उसमें भी सफलता प्राप्त की. राज्य स्तरीय समारोह में प्रगतिशील महिला किसान का सम्मान (Progressive Women Farmer Award) के साथ कई पुरस्कार से नवाजी जा चुकी हैं. NDTV राजस्थान पर पढ़ें इस किसान महिला की संघर्ष और सफलता की कहानी...
पिता के निधन के बाद संभाली खेती
साल 2007 में पिता दर्शन सिंह के असामयिक निधन के बाद घर की जिम्मेदारी रिंपी के कंधों पर आ गई. उसने सरकारी नौकरी छोड़ने के बाद कुछ समय एक निजी कंपनी में काम किया, लेकिन खेती नहीं संभल रही थी. इस वजह से उसने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया. पिताजी के रहते कभी खेती का काम देखा तक नहीं, लेकिन परिस्थितियों के चलते रिंपी सिंह ने खेती की कमान संभाली.
पिता की डायरी पढ़कर सीखी किसानी
रिंपी के पिता दर्शन सिंह की डायरी उसके लिए कामयाबी की सीढ़ी बन गई, जिसमें वो खेती-किसानी के हर रोज के कामकाज को लिखा करते थे. बेटी ने पिता की डायरी को ऐसे आत्मसात किया कि खेती किसानी में उसने क्षेत्र के पुरुष किसानों को भी पीछे छोड़ दिया. कभी हाथों में कंप्यूटर माउस होता था, लेकिन अब ट्रैक्टर का स्टीयरिंग. अब खेती बाड़ी की नई-नई तकनीक को हासिल कर हर साल वो मुनाफे को बढ़ाना और क्षेत्र की महिलाओं को खेती किसानी में पारंगत करने का काम कर रही हैं. छोटी बहन भी खेती किसानी में हाथ बंटाती हैं.
ड्रोन दीदी ने नाम से हुई पहचान
खेती किसानी में दिनों दिन मिली शोहरत और मेहनत ने रिंपी सिंह को जिले की ड्रोन दीदी भी बना दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल प्रदेश घर में महिला किसानों को आधुनिक खेती से जोड़ने की श्रृंखला में कोटा की ड्रोन दीदी बनने का सौभाग्य भी रिंपी को हासिल हुआ. कंप्यूटर में पहले से जानकार रिंपी ने ट्रेनिंग की और फिर आधुनिक खेती में ड्रोन की मदद और उन्नत किसान बनने में जुट गई.
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