Rajasthan News: बूंदी की साइबर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. जो पूरे देश भर में टेलीग्राम चैनल बनाकर रुपए दोगुने करने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम देता था. इस बार इन ठगों ने एक पुलिसकर्मी को निशाना बनाया तो एक्शन में आई. बूंदी पुलिस ने दिलखुश मीणा नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिससे पुलिस ने तीन मोबाइल फोन, 4 एटीएम, 3 पासबुक, चेक बुक, एक रॉयल एनफील्ड बाइक बरामद की है. बताया जा रहा है कि आरोपी दिलकुश मीणा 10वीं फेल है और अपने साथ तीन-चार युवकों को लेकर जयपुर स्थित प्रताप नगर इलाके में आलीशान मकान में रहकर साइबर ठगी का अड्डा चल रहा था. जिसे बूंदी की साइबर टीम पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
आरोपी से पूछताछ में कई वारदातें खुलने की संभावनाएं हैं. सबसे खास बात यह है कि आरोपी बूंदी जिले के इंद्रगढ़ क्षेत्र के दौलतपुरा का रहने वाला है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी दिलखुश मीणा ने बताया कि महंगी कारों का शौक रखने के लिए ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. चंद घंटे के लिए टेलीग्राम पर चैनल बनाकर लोगों को रुपए दोगुने करने का लालच देकर उनके साथ ठगी करते थे.
पुलिस को लगाया था 1.40 लाख का चूना
साइबर थाना प्रभारी मुकंदर पाल ने बताया की ऑपरेशन साईबर स्ट्राईक के तहत आरोपी साईबर ठग दिलखुश को गिरफ्तार किया गया है. उसके कब्जे से 3 मोबाईल फोन, 4 एटीएम कार्ड, 03 पासबुक डायरी, चैकबुक, एक 3 लाख की बाइक को जब्त करने मे सफलता प्राप्त की है. जानकारी के अनुसार 26 जून को साईबर क्राईम पोर्टल और जेएमआईएस पोर्टल पर तेलंगाना पुलिस के जवान गंगाधरी राजू की एक शिकायत एकनोलेजमेंट संख्या 23707240033763 दर्ज हुई थी. कांस्टेबल के साथ 1 लाख 40 हजार रुपए की ठगी हुई थी. आरोपी ने Phone Pe के माध्यम से लाखों रुपए की ठगी की.
जेएमआईएस पोर्टल जो साइबर फोर्ड के लिए पुलिस काम में लेती है आरोपी बूंदी का पता लगने पर आरोपी को ट्रेस किया गया. उक्त संदिग्ध की लोकेशन जयपुर में आने से टीम द्वारा जयपुर में सांगानेर व प्रतापनगर थाना क्षेत्रों की कॉलोनियों में गहन तलाश की. टीम को पता लगा की एक मकान मे संदिग्ध की मौजूदगी है. जानकारी होने टीम द्वारा स्थानीय थानाधिकारी से पुलिस सहायता प्राप्त कर दबिश देकर संदिग्ध साईबर अपराधी 21 वर्षीय दिलखुश मीणा को गिरफ्तार किया. बूंदी लाकर पूछताछ करने में आरोपी ने भारत के समस्त राज्यों में ऑनलाइन ठगी का कार्य करने और साइबर ठगी को भी अपनी गैंग द्वारा करना स्वीकार किया है. आरोपी से गहन पुछताछ की जा रही है और भी कई वारदातें खुलने की सम्भावनाएं है.
ऐसे देते थे ठगी की वारदात को अंजाम
प्रभारी मुकन्दर पाल ने बताया की अपराधी बड़े ही शातिर और चालक है ये लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अतिरिक्त कमाई का लालच देकर पैसे चार पांच गुना करने के नाम पर टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से आईडी बनवाकर लोगों से साइबर ठगी करते है. फिर राशि को विभिन्न खातों में स्थानान्तरित कर लेते है. आरोपी टेलीग्राम पर आनंद भाव नामक एक चैनल भी बना रखा था. उस चैनल पर यह लोगों को जोड़कर कुछ घंटे के लिए दोगुनी कमाई करने का एक चार्ट डालते थे. चार्ट में 10 हजार के 40 हजार, 20 हजार में 70 हजार, 25 के 1 लाख रुपए का झांसा देते थे.
वहीं पूरे मामले में एसपी हनुमान प्रसाद मीना ने आम जन से अपील है कि साइबर ठगों द्वारा नये-नये तरीके अपनाकर साइबर ठगी की जाती है. किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया व फोन कॉल के माध्यम से किसी प्रकार का प्रलोभन दिया जाए तो झांसे में नहीं आए तथा साइबर ठगी के शिकार हो जाने पर तुरन्त साइबर हेल्प लाईन नम्बर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करवाए एवं नजदीकी पुलिस थाना या साइबर थाने पर सम्पर्क करें.
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