Dausa News: दौसा जिले के बांदीकुई में 600 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई 2 साल की बच्ची नीरू को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. बच्ची को निकालने में जुटी NDRF और SDRF की टीमों को लगातार 18 घंटे के ऑपरेशन के बाद आखिर गुरुवार सुबह सफलता मिली. बच्ची बुधवार शाम लगभग 4 बजे अपने घर के पास ही एक खेत में लगे बोरवेल में गिर गई थी. बच्ची को चिकित्सा जांच के लिए एंबुलेंस से एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया है. हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि नीरू स्वस्थ है.
बच्ची को बचाने के लिए बुधवार देर शाम से ही प्रयास शुरू हो गए थे. इसके लिए बोरवेल के पास 35 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया. एक एलएनटी, 4 JCB और दो ट्रैक्टर की मदद ली गई. पाइपों का 20 फीट का टनल बनाया गया. इस दौरान NDRF और SDRF टीम के अलावा स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल लगातार मौके पर मौजूद रहा. जिला कलेक्टर देवेन्द्र कुमार और एसपी रंजीता शर्मा मौजूद थे. नीरू की मां ने भगवान और रेस्क्यू करने वाली टीम को धन्यवाद किया. बच्ची की मां पूरी रात भगवान से प्रार्थना करती रही.
हालांकि यह बचाव अभियान बहुत चुनौतीपूर्ण था. बारिश की वजह से मुश्किल और बढ़ गई थी क्योंकि इससे मिट्टी के धसकने का खतरा था. बच्ची के छोटी होने की वजह से भी यह काम आसान नहीं था क्योंकि वह सही तरह से निर्देश नहीं समझ पा रही थी. बचाव अभियान के दौरान बच्ची को पाइप के जरिए दूध और ऑक्सीजन भेजा गया. साथ ही उसकी मां उससे बात कर उसकी हिम्मत बढ़ाती रहीं.
(इस बोरवेल में गिर गई थी बच्ची)
घर वालों को नहीं पता कैसे गिर गई बच्ची
दौसा के जोधपुरिया गांव में दो साल की मासूम नीरू के बुधवार शाम को अचानक बोरवेल में गिरने की खबर आई. इस घटना के बाद पूरे गांव मे हड़कंप मच गया. बच्ची की मां कविता गुर्जर ने रोते-रोते बताया कि नीरू बच्चों के साथ खेल रही थी, और पता नहीं चला कि कब वह गड्ढे में गिर गई. उन्होंने बताया कि वह नीरू को कभी घर से बाहर नहीं जाने देतीं, मगर हादसे वाले दिन वह गलती से बाहर निकल गई. नीरू तीन बहनों में सबसे छोटी है.
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