Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले में सोमवार को गंभीर नदी में नहाते समय 4 बच्चे डूब गए. इस घटना में दो बच्चों की मौत हो गई. बच्चों के शव 13 घंटे बाद मंगलवार सुबह घटनास्थल से 100 मीटर दूर नदी के पानी में फूलकर ऊपर आने के बाद बाहर निकाले गए. इस दौरान परिजनों की मांग पर मौके पर ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई, जिसके बाद परिजनों को बच्चों के शव सौंप दिए गए.
ग्रामीणों ने बचाई 2 बच्चों की जान
एसडीएम राजीव कुमार ने बताया कि दोनों मृतक बच्चे गांव खिरकवास के रहने वाले हैं. पास ही में गंभीर नदी बहती है. इसीलिए सोमवार शाम करीब 5 बजे 14 वर्षीय अवधेश, 15 वर्षीय सौरभ और लवकुश, 16 वर्षीय हेमेश वहां नहाने चले गए. नदी में नहाते वक्त पैर फिसलने से अचानक चारों बच्चे डूब गए, जिसमें से दो को समय रहते ग्रामीणों ने बचा लिया गया. मगर, अन्य दो बच्चों को पानी के तेज बहाव में बह गए. इसके बाद नदी में हेमेश और लवकुश की खोज के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. लेकिन अंधेरा अधिक होने के चलते सफलता हाथ नहीं लगी.
मौके पर ही कराया गया पोस्टमार्टम
मंगलवार सुबह जब वापस सर्च ऑपरेशन शुरू करने टीम मौके पर पहुंची तो उसी समय दोनों बच्चों के शव घटनास्थल से 100 मीटर दूर नदी के पानी में फूलकर ऊपर आ गए. एसडीआरएफ़ और स्थानीय लोगो की मदद से दोनों के शवों को नदी से बाहर निकलवाया गया. दोनों बच्चों के शवो को देख उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया, और मौके पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई. पुलिस एवं प्रशासन की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कार्रवाई के लिए दोनों बच्चों के शवों को CHC बयाना लाने की तैयारी की जा रही थी. तभी मृत बच्चों के परिजनों ने स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई कि उनका अस्पताल की बजाय यही पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाए. मौके पर ही मेडिकल टीम को बुलाया और वहीं पर शवों का पोस्टमार्टम कराया.
प्रशासन ने जारी किया था अलर्ट
जानकारी के मुताबिक, मानसूनी बारिश के चलते पांचना बांध के गेट खोले गए थे, जिसकी वजह से गंभीर नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी. इस पानी ने रविवार सुबह गंभीर नदी के बयाना इलाके में प्रवेश किया था. गंभीर नदी के पानी में सुबह से ही ग्रामीण युवक और बच्चे अठखेलियां करते नजर आ रहे थे. प्रशासन ने नदी के बहाव क्षेत्र में दूर रहने का अलर्ट भी जारी किया था. लेकिन ग्रामीण नहीं माने. यही वजह है कि दो बच्चों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.