Rajasthan ACB Action: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) लगातार कार्रवाई कर रही है. एसीबी राजस्थान में एक के बाद एक भ्रष्ट अधिकारियों का पर्दाफाश कर रही है. हालांकि इसके बावजूद अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. हाल ही में सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल तीन कर्मियों को सेवाओं से मुक्त कर घर भेज दिया था. इसके अलावा झालावाड़ में भी बड़ा मामला सामने आया. नगर पालिका से संबंधित 32 मामलो की एसीबी ने जांच की. जांच में सभी 32 प्रकरणों में अनियमितताओं की पुष्टि हुई.
अब नया मामला राजस्थान के उदयपुर की है. जहां एसीबी ने जलदाय विभाग के दो अधिकारियों पर शिकंजा कसा है. इन अधिकारियों को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है.
टेंडर को लेकर मांगी थी रिश्वत
एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की उदयपुर इकाई ने सोमवार (29 जुलाई) को कार्रवाई करते हुए जलदाय विभाग में कार्यरत गणपत शर्मा अधिशासी अभियंता और गजेंद्र सिंह राजपूत अतरिक्त प्रशासनिक अधिकारी को पकड़ा है. इन लोगों को एसीबी ने परिवादी से 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की उदयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत मिली थी. जिसमें उसकी फर्म को मिले टेंडर के संबंध में कार्य आदेश जारी करने के एवज में आरोपी गणपत शर्मा और गजेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा 90 हजार रूपये रिश्वत राशि की मांग कर रहे थे.
एसीबी उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरवीजन में एसीबी की उदयपुर इकाई के पुलिस निरीक्षक डॉ. सोनू शेखावत के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर उनके द्वारा मय टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुए गणपत शर्मा और गजेन्द्र सिंह राजपूत को परिवादी से 40 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
शिकायत के सत्यापन के दौरान आरोपियों द्वारा परिवादी से 10 हजार रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर लिये थे. एसीबी टीम द्वारा पकेड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
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