Rajasthan: चित्तौड़गढ़ में एसीबी ने सहनवा ग्राम पंचायत के सरपंच भेरू लाल सुथार और ग्राम विकास अधिकारी दीपक चतुर्वेदी को रंगे हाथों पकड़ा. ठेकेदार के बिल पास करने की एवज में 70 हजार की राशि लेते रंगे हाथ पकड़े गए. ठेकेदार के 7 लाख 80 हजार रुपए के बिल पास करवाने की एवज में बिल राशि 80 हजार को छोड़ते हुए 7 लाख रुपए पर 5-5 फीसदी कमीशन की डिमांड की. ठेकेदार ने इसकी शिकायत एसीबी चित्तौड़गढ़ से की. शिकायत का सत्यापन करवाया गया.
सीएमएचओ ऑफिस के बाहर कार्रवाई
आज (9 जनवरी) दोपहर में चित्तौड़गढ़ एसीबी की टीम ने ट्रैप करने की योजना बनाई. रिश्वत की राशि लेने के लिए सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी ने ठेकेदार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के नजदीक सीएमएचओ ऑफिस के बाहर बुलाया गया. ठेकेदार ने 70 हजार रुपए रिश्वत सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को देते हुए इशारा किया. इशारा पाते ही एसीबी ने रंगे हाथों धर दबोचा.
1 दिसंबर को ACB ने की थी कार्रवाई
इससे पहले 1 दिसंबर को ACB ने चित्तौड़गढ़ जिले में एक सरपंच को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. एक सरपंच को 2.40 लाख रुपए की कथित रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. अधिकारियों के अनुसार सरपंच यह रिश्वत भूखंड का पट्टा जारी करने के लिए ले रहा था. रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार सरपंच की पहचान चित्तौड़गढ़ की ग्राम पंचायत जाड़ाना के सरपंच संजय सुखवाल उर्फ संजू के रूप में हुई थी.
ब्यूरो के बयान के अनुसार परिवादी ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसके कब्जाशुदा भूखंड का पट्टा जारी करने की एवज में ग्राम पंचायत जाड़ाना का सरपंच संजय सुखवाल उर्फ संजू सरपंच तीन लाख 40 हजार रुपये रिश्वत मांगते हुए परेशान कर रहा है.
यह भी पढ़ें: राजस्थान हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, SI भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग पर लगाई रोक