ACB Action: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बागीदोरा विधायक जयकृष्ण पटेल के निजी सहायक रोहिताश मीणा उर्फ रोहित को गिरफ्तार किया है. वह पिछले करीब छह महीने से फरार चल रहा था. एसीबी के अधिकारियों के मुताबिक, जयकृष्ण पटेल के ट्रैप के दौरान रोहित बीस लाख रुपए की रिश्वत राशि लेकर मौके से भाग गया था. यह वही मामला है जिसमें एसीबी ने विधायक जयकृष्ण पटेल को बीस लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था. पटेल बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा सीट से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक हैं. आरोप है कि उन्होंने विधानसभा में खनन विभाग से जुड़े सवाल वापस लेने के बदले में यह रिश्वत मांगी थी.
एसीबी ने इस प्रकरण में जयकृष्ण पटेल सहित चार अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. इनमें विधायक के चचेरे भाई विजय पटेल, लक्ष्मण मीणा और जगराम मीणा के नाम भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि रोहिताश मीणा इस पूरे रिश्वत प्रकरण की अहम कड़ी है और उसकी गिरफ्तारी के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं.
20 लाख रुपए की रिश्वत लेने का मामला
राजस्थान हाईकोर्ट ने 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने के इस मामले में जयकृष्ण पटेल और उनके तीन सहयोगियों को पहले ही जमानत दे दी थी. जस्टिस अनिल कुमार उपमन की बेंच ने कहा था कि चालान पेश हो चुका है और ट्रायल में समय लगेगा, इसलिए जमानत दी जा रही है. जयकृष्ण पटेल को 4 मई को गिरफ्तार किया गया था, जबकि उनके चचेरे भाई विजय पटेल, लक्ष्मण मीणा और जगराम मीणा को पांच मई को हिरासत में लिया गया था.

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पहला ऐसा मामला
यह राजस्थान का पहला मामला था जब किसी विधायक को एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी की जांच में सामने आया कि विधायक जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में खनन विभाग से जुड़े सवाल हटाने के बदले में दस करोड़ रुपए की मांग की थी. बाद में यह सौदा ढाई करोड़ में तय हुआ और पहली किश्त के रूप में बीस लाख रुपए लेते वक्त उन्हें पकड़ा गया.
यह रिश्वत जयपुर के ज्योति नगर स्थित विधायक आवास पर ली गई थी. ट्रैप के बाद एसीबी को कई सीसीटीवी फुटेज मिले, जिनमें विधायक अपने चचेरे भाई विजय पटेल के साथ नजर आ रहे थे. वीडियो में विजय पटेल को पैसों से भरा बैग पीए रोहिताश मीणा को सौंपते और फिर लिफ्ट में जाते हुए देखा गया. दूसरी फुटेज में रोहिताश बैग लेकर स्कूटी से बाहर निकलता दिखाई दिया. विधायक ने उसे हाथ से इशारा कर जल्दी निकलने का संकेत दिया था. पूरा घटनाक्रम बेसमेंट पार्किंग के कैमरों में कैद हुआ, जिसे बाद में एसीबी ने बरामद किया.
शिकायत इस मामले में रविंद्र सिंह मीणा ने दर्ज कराई थी, जिनके पिता रामनिवास मीणा भाजपा के टिकट पर 2023 में टोडाभीम से चुनाव लड़ चुके हैं. वे बड़े खान कारोबारी हैं और पूर्व में ERCP परियोजना को लेकर सक्रिय रहे हैं.
पटेल को उपचुनाव में मिली थी जीत
जयकृष्ण पटेल 2024 में बागीदोरा उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी से विधायक चुने गए थे. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सुभाष तंबोलिया को हराया था. इससे पहले 2023 विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्रजीत सिंह मालवीय से हार गए थे. मालवीय के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट खाली हुई थी, जिस पर उपचुनाव में पटेल को जीत मिली.
एसीबी का कहना है कि फरार चल रहे पीए की गिरफ्तारी से इस केस की जांच को नई दिशा मिलेगी. ब्यूरो अब रोहिताश मीणा से पूछताछ कर यह पता लगा रहा है कि रिश्वत की रकम कहां गई और इस नेटवर्क में और कौन शामिल था.
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