
ACB Action: राजस्थान के अलग-अलग जिलों में रोज भ्रष्ट अधिकारी और कर्माचरियों के पकड़े जाने की खबर सामने आ रही है. परिवादियों की शिकायत के बाद एसीबी की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन इसके बावजूद भ्रष्ट कर्मचारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला अलवर का है जहां खैरथल में पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है. एसीबी अलवर ने परिवादी कि शिकायत पर सत्यापन के बाद ट्रैप कार्रवाई के जरिए पटवारी को धर दबोचा है.
खैरथल में पटवारी अशोक कुमार जो पटवार हल्का मातौर तहसील मुण्डावर जिला खैरथल तिजारा में पदस्थापित है, उसे 1000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. वहीं एसीबी मामले की जांच में जुट गई है.
विरासत प्रॉपर्टी ट्रांसफर को लेकर ली रिश्वत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, के महानिदेशक पुलिस डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी चौकी अलवर को परिवादी ने इस संबंध में शिकायत दी थी कि परिवादी से उनकी भाभी के बच्चों के नाम विरासत का इंतकाल खोलने के नाम पर 2000 रुपये की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा है. विरासत प्रॉपर्टी को ट्रांसफर करने को लेकर रिश्वत की शिकायत मिलने के बाद इसका सत्यापन कराया गया. वहीं सत्यापन के दौरान परिवादी से 500 रुपये रिश्वत लिया गया. जबकि 500 रुपये पटवारी अशोक कुमार ने पहले भी घूस ली थी. वहीं इसके बाद ट्रैप कार्रवाई में परिवादी से 1000 रुपये रिश्वत लेते पटवारी अशोक कुमार रंगे हाथ पकड़ा गया.
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के सुपरवीजन में आरोपी से पूछताछ एवं कार्यवाही जारी है. एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. इस घटना में अन्य भी किसी की संलिप्तता पाई जा सकती है.
यह भी पढ़ेंः Rajasthan: प्रिंसिपल ने रिटायर्ड शिक्षक से ठगे 93 लाख रुपए, शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर की ठगी