IAS Rajendra Vijay ACB Raid: आईएएस अधिकारी राजेंद्र विजय के जयपुर, दौसा और कोटा के ठिकानों पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति के पुराने मामले में एसीबी की टीम ने छापेमारी कर आईएएस राजेंद्र विजय के ठिकानों की जांच की गई है. राजेंद्र विजय 10 दिन पहले ही कोटा संभागीय आयुक्त के पद पर तैनात हुए हैं. पद ग्रहण के बाद सर्किट हाउस में रह रहे है. वहीं एसीबी ने पूछताछ कर राजेंद्र विजय को छोड़ दिया है. इसके साथ ही दौसा स्थित घर पर किसी सदस्य के न होने से कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि घर को सील कर दिया गया है.
कोटा में एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. 6 घंटे से ज्यादा समय तक कोटा सर्किट हाउस के वीआईपी रूम में संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय से पूछताछ की गई. फिलहाल एसीबी की कोटा टीम ने जांच पूरी कर ली है जांच रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी.
जयपुर के ठिकानों पर करोड़ों की संपत्ति का चला पता
जयपुर में एसीबी की टीम ने छापेमारी कर राजेंद्र विजय के ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया गया. जिसमें बताया जा रहा है कि करोड़ों की संपत्ति का पता चला है. बताया जा रहा है कि राजेंद्र विजय के ठिकानों से 13 आवासीय भूखंड के दस्तावेज बरामद किये गए हैं. इसके अलावा 2.22 लाख नगद, 335 ग्राम सोना, 11.800 किलो चांदी और 3 चार पहिया वाहन बरामद किये गए हैं.
16 बैंक अकाउंट को खंगाला जाएगा
जानकारी के मुताबिक, एसीबी की कार्रवाई अभी पूरी नहीं हुई है. एसीबी की टीम अब राजेंद्र विजय के बैंक अकाउंट और बैंक लॉकर को खंगालेगी. बताया जा रहा है कि राजेंद्र विजय के 16 अलग-अलग बैंक अकाउंट में लाखों रुपये जमा होने की जानकारी मिली है. इसके अलावा बीमा पॉलिसी में भी निवेश किये गए हैं. वहीं एसीबी बैंक लॉकर की भी तलाशी लेगी. हालांकि बताया नहीं गया है कि बैंक में राजेंद्र विजय के नाम कितने बैंक लॉकर हैं. लेकिन माना जा रहा है कि बैंक लॉकर की तलाशी में अहम चीजें मिल सकती है.
फिलहाल कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय को APO किया गया है. उन्होंने 10 दिन पहले ही कोटा में संभागीय आयुक्त पद को ग्रहण किया था. अब एसीबी आगे की कार्रवाई करेगी.
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