
Rajasthan News: अजमेर में 58 वर्षीय एक रेलवे कर्मचारी रियाजुल हक ने अपने घर के पास निर्माणाधीन मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार, 58 वर्षीय रेलवे कर्मचारी का कुछ ही दिनों पहले अजमेर रेलवे के प्रिंटिंग प्रेस से आबूरोड ट्रांसफर कर दिया गया था. आत्महत्या से पहले रियाजुल ने एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने अपनी वेदना और मानसिक पीड़ा को उजागर किया है.
पत्नी और बेटों से मांगी माफी
पुलिस ने बताया कि 16 लाइन में लिखे सुसाइड नोट में रियाजुल हक ने लिखा कि इस कदम के लिए किसी भी व्यक्ति या विभाग को जिम्मेदार न ठहराया जाए. अचानक हुए ट्रांसफर ने उनकी मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया और वे पिछले 10 दिनों से नींद तक नहीं ले पा रहे थे.
आत्महत्या से पहले रियाजुल ने नोट में पत्नी और दोनों बेटों से माफी मांगते हुए कहा कि उनकी वजह से उन्हें जो दुख झेलना पड़ेगा, उसके लिए वे क्षमा चाहते हैं. साथ ही परिवार को हिम्मत न हारने की सीख भी दी. उन्होंने यह भी लिखा कि उनकी मौत के बाद पुलिस या विभाग किसी तरह की पूछताछ से परिवार को परेशान न करे. यह सुसाइड नोट उनके जीवन के अंतिम क्षणों की बेबसी और दर्द की गवाही बन गया.
ट्रांसफर के बाद से काफी तनाव में रियाजुल
रेलवे कर्मचारी के आत्महत्या की सूचना पर पुलिस आई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. रामगंज थाना के हेड कांस्टेबल योगेश ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक के पड़ोसी शिवराज खंडेलवाल ने बताया कि ट्रांसफर के बाद से रियाजुल हक काफी तनाव में रहते थे और बेहद चुपचाप रहने लगे थे.
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