
Rajasthan News: अजमेर के किशनगढ़ में वकील बाल किशन की गिरफ्तारी के बाद से वकीलों में आक्रोश चरम पर है. गिरफ्तारी के विरोध में वकील लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एडीशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ और ग्रामीण एडीशनल एसपी दीपक शर्मा प्रदर्शनकारियों से संवाद स्थापित करने में जुटे हैं.
उग्र आचरण से बचने की अपील
एएसपी जांगिड़ ने स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक ढंग से विरोध जताना सभी का अधिकार है, लेकिन कानून-व्यवस्था भंग करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. उन्होंने अपील की कि कोई भी व्यक्ति उग्र आचरण से बचें और अपनी मांगें शांति से रखें.
वकीलों ने न्यायालय परिसर में पुलिस की एंट्री पर भी आपत्ति जताई है. इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर हिमांशु जांगिड़ ने कहा कि इससे न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा है, लेकिन पुलिस इस कोशिश में है कि किसी भी प्रकार की रुकावट न आए.
25 अप्रैल को हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वकीलों के प्रदर्शन के दौरान हुई हर घटना की जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 25 अप्रैल को हुई गिरफ्तारी को लेकर ग्रामीण एएसपी दीपक शर्मा ने बताया कि किशनगढ़ के मदनगंज और सिटी थाना क्षेत्र में जमीन से जुड़े कई विवादित मामले चल रहे हैं.
संगठित माफिया द्वारा जमीनों पर कब्जा करने की साजिशें सामने आई हैं. इन्हीं मामलों में की जा रही जांच के तहत एडवोकेट बाल किशन को गिरफ्तार किया गया था. प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और अफवाहों से दूर रहें. पब्लिक सेफ्टी के लिए ट्रैफिक ड्राइवरों की तैनाती भी की गई है.
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