
Urs Festival Ajmer: हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स मेले की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार को झंडे की रस्म के साथ इसकी शुरुआत हुई है. हालांकि 13 जनवरी से सभी लोगों के लिए यह खुलेगा. इस बार 13 जनवरी से 21 जनवरी तक उर्स मेला लगेगा. वहीं, अजमेर दरगाह के खादिमों के संगठन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर 13 से 21 जनवरी तक होने वाले उर्स में शिरकत करने अजमेर दरगाह आने वाले जायरीनों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.
उर्स में शामिल होने के लिए देशभर से जायरीन अजमेर आयेंगे. भीलवाड़ा शहर के लाल मोहम्मद गौरी के परिवार ने ख्वाजा साहब की दरगाह स्थित ऐतिहासिक बुलंद दरवाजे पर झंडे की रस्म को अदा किया.
पीएम मोदी को सुरक्षा के लिए लिखी चिट्ठी
खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा, ‘‘हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स 13 जनवरी से 21 जनवरी तक हो रहा है और दुनिया भर से विभिन्न जाति, पंथ और धर्म के लोग इसमें शामिल होने के लिए दरगाह आएंगे. कृपया सुनिश्चित करें कि हमारे देश में कोई अप्रिय घटना न हो.”
खादिमों (मौलवियों) ने प्रधानमंत्री को सोमवार को लिखे पत्र में उर्स में जायरीन की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है. चिश्ती ने प्रधानमंत्री को उर्स की मुबारकबाद भी दी.
बता दें, झंडे की रश्म के जुलूस के दौरान पुलिस को जायरीनों और हकीकत मन्दों को काबू में करने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस रस्म के दौरान अकीदतमंदों में एक अजीब सी होड़ मच गई और अपनी मन्नत को लेकर हर कोई झंडे को चूमने की खाव्हिश पूरी करता नजर आया.
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