
Rajasthan News: अलवर में पुलिस के टॉर्चर के बाद युवक के सुसाइड पर राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. पुलिस लॉकअप में युवक के साथ टॉर्चर को जूली ने अमानवीय और शर्मनाक करार दिया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरीतरह से चौपट हो चुकी है. राज्य में जंगलराज कायम है, जिनके ऊपर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वे ही उनकी जान के दुश्मन बन रहे हैं.
पुलिस ने कड़ी यातनाएं दीं
टीकाराम जूली ने कहा कि अलवर की यह घटना सरकार की विफलता और असंवेदनशीलता का प्रत्यक्ष उदाहरण है. पुलिस ने चोरी के इल्जाम में पकड़े गये युवकों को थाने में लाकर उनके साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करते हुए कड़ी यातनाएं दी गई. पुलिस द्वारा किये गये अमानवीय और शर्मनाक व्यवहार ने अमित को आत्महत्या करने के लिये मजबूर कर दिया.
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि अमित के साथ पकड़ा गया लड़का नाबालिग होने के बावजूद पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर उसे टार्चर किया. जबकि कानून के मुताबिक नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाना चाहिए था, ऐसा नहीं करके पुलिस ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम का उल्लंघन किया है.
9 जुलाई को अमित सैनी ने किया था सुसाइड
अलवर के शिवा पार्क थाना इलाके में अमित सैनी और उसके नाबालिग साथी को पुलिस ने चोरी के मामले में हिरासत में लिया था. लॉकअप से बाहर आने के बाद अमित सैनी ने 9 जुलाई को आत्महत्या कर ली. इसके बाद अमित के नाबालिग साथी ने बताया कि पुलिस मुझे थाने ले गई और लॉकअप में बंद कर दिया.
तीन घंटे लॉकअप में बंद रखा. करीब तीन घंटे बाद अमित को भी लाकर बंद कर दिया. पुलिस हमें बारी-बारी से दूसरे कमरे में बुलाकर टॉर्चर करती रही.नाबालिग ने दावा किया कि 16 केस कबूल करने का दबाव बनाया. यहां तक कि उसके प्राइवेट पार्ट के बाल तक उखाड़े.
यह भी पढे़ं-