
Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा चुनाव का परिणाम आए 7 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी अभी तक नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है. सीएम फेस डिसाइड करने के लिए पार्टी हाईकमान की तरफ से 3 पर्यवेक्षक तो बना दिए गए हैं, लेकिन वे नवनिर्वाचित विधायकों से बैठक करने कब जयपुर आएंगे, इसका खुलासा नहीं किया जा रहा है. ऐसे में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक्टिव हो गई हैं और रविवार सुबह से ही वे अपने आवास पर बीजेपी विधायकों से मुलाकात कर रही हैं.
करीब 12 विधायकों से की मुलाकात
विधायक दल की बैठक से पहले राजे का यूं बीजेपी विधायकों से मिलना राजस्थान की सियासत में नई चर्चा छेड़ रहा है. राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में इन मुलाकातों के कई सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं. जानकारों की मानें तो वसुंधरा राजे सुबह से करीब 1 दर्जन से अधिक विधायकों से अपने आवास पर मुलाकात कर चुकी हैं. मुलाका करने वाले विधायकों में अजय सिंह किलक, बाबू सिंह राठौड़, अंशुमान भाटी समेत कई विधायक और नेताओं का नाम शामिल है. कहा जा रहा है कि कुछ विधायकों के साथ अभी भी मंत्रणा हो रही है. राजे के इस एक्शन को लोग 24 घंटे पहले दिए गए कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के बयान से जोड़कर भी देखने लगे हैं.
अशोक गहलोत ने उठाए थे सवाल
चुनाव में हार की समीक्षा करने के लिए दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की बड़ी बैठक में शामिल होने के लिए जयपुर से रवाना होते वक्त राजस्थान के कार्यवाहक सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि, 'अगर कांग्रेस चुनाव जीतती और सीएम का नाम अनाउंस करने में देरी करती तो बीजेपी हम पर अंदरुनी झगड़ा होने और आपसी कलह होने के आरोप लगाती. अब मैं बीजेपी से पूछता कि 7 दिन हो गए हैं, आप नए सीएम के नाम का ऐलान क्यों नहीं कर पाए हैं. आखिर ऐसी क्या मजबूरी है. इस देरी के लिए आप क्या वजह बताएंगे? आप जल्द कोई फैसला लें, क्यों नए सीएम को जो काम करने होते हैं, वो अभी कार्यवाहक सीएम होने के नाते मुझे करने पड़ रहे हैं.' हालांकि बीजेपी ने अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते कहा था कि कांग्रेस में भी सीएम का चेहरा चुनने में 15 दिन का समय लगा था.
LIVE TV