देश में हॉकी वाली सरपंच के नाम से मशहूर नीरू यादव और युवा पूर्व सरपंच छवि राजावत सोमवार को प्रसारित होने वाले कौन बनेगा करोड़पति के 15वें सीजन में अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीटपर नजर आएंगी. केबीसी के 15वें सीजन में हॉट सीट पर बैठकर दोनों सरपंच बिग बी के सवालों का जवाब देंगी. नीरू यादव और छवि राजावत का एपिसोड रिकॉर्ड हो चुका है. केबीसी की टीम ने गांव में सरपंच के कार्यों की शूटिंग भी पूरी कर ली है. एपिसोड का प्रसारण आज होगा.
माना जा रहा है कि नीरू यादव और छवि राजावत देश की संभवतः पहली सरपंच हैं, जिन्हें बतौर सेलिब्रिटी इस शो में बुलाया गया है. नीरू यादव ने बताया कि उन्हें शो में जाने का अवसर मिला. वे बेहद खुश है. उन्होंने बिग बी से मिलकर ग्रामीण व महिलाओं की समस्याओं और उनके उत्थान को लेकर भी बातचीत की. नीरु यादव बुहाना पंचायत समिति के लांबी अहीर की सरपंच हैं जबकि छवि राजावत टोंक जिले के सोढा की पूर्व सरपंच हैं.
नीरू और छवि के प्रयासों की बिग बी ने की तारीफ
नीरु यादव और छवि राजावत ने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को गांव की महिलाओं व लड़कियों की पीड़ा भी बताई. अमिताभ बच्चन ने नीरु के हॉकी व बर्तन बैंक के नवाचार की खूब सराहना की. गांव के लोगों ने बताया कि हमारे सरपंच का केबीसी में पहुंचना और समस्या को राष्ट्रीय स्तर पर रखना उनके लिए गर्व की बात हैं.
छवि राजावत ने सरपंच बन बदली गांव की तस्वीर
छवि राजावत टोंक ज़िले के सोढ़ा गांव की दो बार सरपंच रही हैं. उन्हें देश की पहली MBA सरपंच कहा जाता है. छवि ने अपने गांव में भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए काफ़ी काम किया. सरपंच बनने से पहले उनके गांव में सूखे की बहुत समस्या थी. लोग खुले तालाबों और कुओं से पानी पीते थे. लेकिन ग्राउंड वॉटर लेवल को बढ़ने के बाद लोगों को साफ़ पानी मुहैया होने लगा.
उनके सरपंच बनने से पहले गांवों में अगर कोई महिला सरपंच बनती थी, तो पूरा काम उनके पति संभालते थे, लेकिन महिला सीट से सरपंच बनीं छवि राजावत ने ख़ुद सरपंची की बागडोर सँभाली और सोडा गांव की तस्वीर बदल कर रख दी.
छवि राजावत ने पूरी पंचायत में घर-घर शौचालय बनवाए. सरकार से कम फंड मिला तो वो निजी क्षेत्रों में जाकर अपनी पंचायत के विकास के लिए पैसा लेकर आईं.
छवि देश के प्रख्यात कॉलेज लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ी हैं. उन्होंने अजमेर के मेयो गर्ल्स स्कूल से पढ़ाई की है और बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ़ मॉडर्न मैनेजमेंट पुणे से MBA की डिग्री हासिल की है.
नीरू यादव 2020 में बनी थीं सरपंच, बेटियों पर चढ़ा दिया हॉकी का ख़ुमार
2020 में नीरु यादव लांबी अहीर पंचायत की सरपंच बनीं. इसके बाद उन्होंने अपने गांव की तस्वीर बदल डाली. उन्होंने लड़कियों के लिए हॉकी टीम तैयार की. इतना ही नहीं उन्होंने सैलरी से बच्चियों के लिए एक कोच भी रखा. नीरु का काम सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुआ. वह लड़कियों के ट्रेनिंग का ख्याल भी रखती हैं. सुबह उन्हें उठाकर ग्राउंड तक लाती हैं. इसके अलावा नीरू यादव एक बर्तन बैंक का संचालन करती हैं, जिनसे कोई किराया नहीं लिया जाता हैं. इस पहल के पीछे उनकी सोच न केवल प्लास्टिक कचरे को कम करना है, बल्कि गांव को 'कचरा मुक्त और प्लास्टिक मुक्त' बनाना है.
नीरू के प्रयासों से अब गांव में प्लास्टिक यूज बंद हो गया. नीरु भारत की पहली महिला सरपंच है, जो सच्ची सहेली महिला एग्रो के नाम से एफपीओ का संचालन करती हैं. इससे किसानों को खाद बीज या अन्य सामग्री वाजिब दामों में मिलता है. महिला सशक्तिकरण को लेकर कई नवाचार भी किए हैं.
वहीं, नीरू पंचायत व सरपंच के कर्तव्यों को लेकर सरंपच सीरीज के नाम से अपने सोशल मीडिया पर वीडियो भी शेयर करती हैं. उनके ये वीडियो काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. उन्होंने PMKVY योजना के तहत 10 लड़कियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया और सभी लड़कियों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी प्राप्त करने में मदद की.
नीरु यादव आदित्री फाउंडेशन एनजीओ का भी संचालन करती हैं. फिलहाल आदित्री फाउंडेशन के नेतृत्व में "मेरा दोस्त-मेरा पेड़' अभियान शुरु किया हैं. जिसके तहत बुहाना ब्लॉक के सरकारी स्कूलों के बच्चों को पौधे वितरित किए जा रहे हैं.