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Rajasthan News: लंबे समय से जोधपुर की सेंट्रल जेल में कैदी के रूप में आसाराम (Asaram) का जीवन बीत रहा है. लेकिन यदाकदा अपने भक्तों को संदेश जारी कर उनको जाग्रत एवं भक्ति से जोड़ने का प्रयास वो आज भी करता है. पिछले कुछ समय से आसाराम का स्वास्थ्य खराब चल रहा है. इस कारण उसके भक्तों का सब्र भी जवाब देने लगा था. भक्तों में धीरे-धीरे निराशा का भाव आने लगा था. लेकिन अब एम्स से उपचार के बाद आसाराम सेंट्रल जेल में लौट आया है, ताकि भक्तों को लगे कि उसकी तबीयत अब ठीक है.
'मैं जाने वाला भी नहीं हूं'
जोधपुर की चाक चौबंद जेल से कहते हैं चिड़िया भी पर नहीं मार सकती. उसी जेल से रेपिस्ट आसाराम ने अपने भक्तों के लिए करीब साढे़ तीन मिनट का एक ऑडियो संदेश जारी किया है. आसाराम ने अपने भक्तों से संदेश में कहा कि, 'मेरे पास जो मुसीबत है, वो आपके पास अभी नहीं है. और जो खुशी मेरे पास है, वो तुम्हारे पास नहीं है. खुले हवा मान के लिए जेल आया था. कुछ भक्तों को यह लगता है कि मैं गया तो नहीं हूं. ऐसी संतुष्टि है सबको, और जाने वाला भी नही हूं, तुम्हारा संकल्प भी काम कर रहा है.'
जांच कराने गया था एम्स
आसाराम ने अपने भक्तों से कहा कि तुम लोगों के संकल्प की वजह से अभी मैं कही नहीं जाने वाला हूं. संकल्प की वजह से मेरी तबीयत भी ठीक है. यहां जेल में कुछ चिकित्सकों ने कहा कि आपके अंदर की मशीनों में गड़बड़ी है, उसकी जांच यहां नहीं होकर एम्स जोधपुर में हो सकती है. चिकित्सक भले सज्जन हैं तो मैंने भी उनकी बात मान ली. चला गया एम्स. वहा जांचें हो गईं और उपचार हो गया तो वापस जेल आ गया हूं.' आसाराम इतनी मुसीबत होने के बाद भी आध्यात्मिक पर ही चलने का संदेश दे रहा है. वीडियो के आखिर में आसाराम ने ये भी कहा कि आध्यात्म कभी मत छोड़ना. एक आध्यात्म की ताकत ही जो ईश्वर को मिलाती है और आपके संकल्प को पूरा करती है.
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