Rajasthan Election 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को अपने गृह क्षेत्र जोधपुर (Jodhpur) पहुंच गए. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया. जब एयरपोर्ट से सीएम बाहर निकले तो उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए राजस्थान में रिवाज बदलने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने ईआरसीपी मुद्दे पर बीजेपी की नीति, पीएम मोदी के बार-बार हो रहे दौरे पर भी बयान दिया. साथ ही साथ उन्होंने भाजपा के सूरसागर से विधायक सूर्यकांता व्यास का टिकट काटे जाने पर भी अपनी बात रखी.
'बदले की राजनीति कर रही बीजेपी'
भाजपा पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा, 'जिस जिस ने मेरी तारीफ की है, उनके साथ पार्टी चुन-चुन कर बदला ले रही है. सूर्यकांता व्यास का टिकट भी इसी 'बदले की राजनीति' के तहत काटा गया है, जबकि उनकी पार्टी में उन्हीं की उम्र के कई अन्य लोगों को टिकट दिया गया है. लेकिन उनका सरकार के कामों का सकारात्मक तरीके से दिया गया वक्तव्य पार्टी को पसंद नहीं आया. भाजपा में जिस किसी ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की या कांग्रेस के काम की बात करी है, उसके साथ पार्टी बदले की नीति से टिकट काट रही है. ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भाजपा को विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है, और टिकट वितरण को लेकर भाजपा पर लगातार आरोप लग जा रहे हैं.'
'300 लोगों के लिए CM का आना संभव नहीं'
इस बार अशोक गहलोत के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रहे. पीएम मोदी के जोधपुर दौरे पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी जोधपुर दौरे पर आए थे तो उन्होंने कहा था कि आज यहां करोड़ों रुपए की योजना का शुभारंभ हो रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यहां नहीं आए. मैं कहना चाहता हूं कि जब भी राजस्थान का कोई कार्यक्रम हुआ है, मैंने अटेंड किया है. पीएम के इस कार्यक्रम के साथ ही भाजपा की बड़ी मीटिंग थी. केवल 200/300 लोगों के लिए मुख्यमंत्री का आना संभव नहीं है. लेकिन फिर भी वह यहां राजनीतिक बयान देकर के गए हैं.' सीएम गहलोत यहीं नहीं रुके. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए आगे कहा, 'मणिपुर को लेकर अभी तक प्रधानमंत्री ने एक भी स्पीच नहीं दी. सुप्रीम कोर्ट से उन्हें फटकार मिली तो उसके बाद उन्होंने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मणिपुर के मुख्यमंत्री के नाम संबोधित किया. कहां मणिपुर और कहां राजस्थान, लेकिन प्रधानमंत्री अपने संबोधन में यहां पर भी राजनीति कर गए.'
'दोषी नहीं तो जमानत लेने क्यों गए?'
इस मौके पर गजेंद्र सिंह शेखावत को निशाना साधने से भी गहलोत नहीं चुके. सीएम ने कहा, 'शेखावत हमेशा कहते हैं कि संजीवनी मामले में वह दोषी नहीं है. मैं हमेशा यह कहता रहा हूं कि अगर वे संजीवनी मामले में दोषी नहीं हैं तो जमानत लेने क्यों गए? उनको डर है. अभी उन्होंने अपनी SOG की चालान पेश करने पर रोक लगाने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री एक बहुत बड़ा पोर्टफोलियो होता है, लेकिन इसका लाभ राजस्थान की जनता को नहीं मिला. ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना वह घोषित नहीं करवा पाए.'