Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में आज भजनलाल सरकार की कैबिनेट बैठक (Rajasthan Cabinet Meeting) होने जा रही है. उपचुनाव में लगी आचार संहिता हटने के बाद यह पहली बार है जब कैबिनेट की मीटिंग बुलाई गई है. यह बैठक चीफ मिनिस्टर ऑफिस (CMO) में शनिवार शाम 4 बजे शुरू होनी है, जिसमें कई नीतिगत फैसलों पर मुहर लग सकती है. इस मीटिंग के बाद शाम 5 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें बीकानेर और भरतपुर शहर में विकास प्राधिकरण का अप्रूवल मिल सकता है.
9 दिसंबर को जयपुर आएंगे पीएम मोदी
जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का भी आयोजन होने जा रहा है, जिसके उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होने वाले हैं. ऐसे में राज्य सरकार तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को पूरा करने में मिशन मोड में लगी हुई है. सीएम भजनलाल का कहना है कि यह आयोजन राज्य की औद्योगिक दिशा को गति देने में मील का पत्थर साबित होगा. यह समिट राजस्थान को खनन, स्टोन, शिक्षा, चिकित्सा, ऑटोमोबाइल सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. राजस्थान अपनी मेहमान नवाजी के लिए प्रसिद्ध है और इस समिट में राज्य के आतिथ्य, संस्कृति, परम्पराओं की अद्भुत झलक देखने को मिलेगी. इसीलिए इस इवेंट की तैयारियों को लेकर भी कैबिनेट मीटिंग में चर्चा की संभावना है.
लोक संस्कृतियों की समृद्ध विरासत, वीर गाथाओं से गौरवान्वित इतिहास व अद्भुत परंपराओं से सुसज्जित राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित होने वाले 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में आप सभी का स्वागत-अभिनंदन है।#RisingRajasthan pic.twitter.com/5ttmJ57AHY
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) November 29, 2024
जयपुर को जाम मुक्त करने के दिए निर्देश
एक दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर को ट्रैफिक से निजात दिलाने के निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा था कि बढ़ती आबादी के चलते जयपुर में यातायात भार लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में क्षेत्र का ट्रैफिक प्रबंधन बेहद जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने जयपुर कलेक्ट्रेट सर्किल एवं गांधीनगर मोड़ पर बढ़ रहे यातायात भार के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ट्रेफिक डाइवर्जन के लिए वैकल्पिक मार्गों का भी विकास किया जाए.
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