Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में आज भजनलाल कैबिनेट की बड़ी बैठक (Bhajan Lal Cabinet Meeting) होने जा रही है, जिसमें कई नीतिगत फैसलों पर मुहर लग सकती है. इस दौरान राजस्थान को 'मेडिकल टूरिज्म हब' बनाने के लिए हील इन राजस्थान पॉलिस (Heal in Rajasthan Policy) का अनुमोदन (Approval) भी संभव है. अगर ऐसा होता है तो मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में इसे राजस्थान का अहम कदम माना जाएगा, जिसका कई तरह से लाभ जनता को भी होगा.
OPS या UPS पर भी फैसला संभव
पुरानी पेंशन योजना (OPS) या यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में से किसे लागू किया जाए? इस पर भी आज राजस्थान सरकार फैसला ले सकती है, ताकि कर्मचारियों में व्याप्त असमंजस दूर हो सके. इसके अलावा राजस्थान में 'एक राज्य-एक चुनाव' को लेकर भी बड़ा फैसला हो सकता है. इसी के चलते प्रदेश में 6 माह तक पंचायत चुनाव टल सकते हैं. इस पर सुझाव के लिए सरकार कमेटी का गठन भी कर सकती है और विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो अगले साल जनवरी में 'एक राज्य-एक चुनाव' के तहत निकायों और ग्राम पंचायतों के चुनाव साथ हो सकते हैं.
बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता
बीते शनिवार को इस पॉलिसी पर चर्चा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा, 'राज्य सरकार राजस्थान में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नये युग की शुरुआत कर रही है. इसी सोच के साथ इस वर्ष के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कुल बजट का 8.26 प्रतिशत प्रदान किया गया है. यह अब तक का सबसे अधिक बजट प्रावधान है. प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है. यहां विश्वस्तरीय संस्थान बनाए जा रहे हैं. एलोपैथी और आयुष चिकित्सा एवं आरोग्य गतिविधियों को समग्र दृष्टिकोण से प्रोत्साहित किया जा रहा है.'
'उच्च श्रेणी के चिकित्सा संस्थान राज्य में आए'
शुभ्रा सिंह ने बताया, 'सवाई मानसिंह अस्पताल में आयुष्मान टावर का निर्माण, दो मेडिसिटी और मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना, हर जिले में मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज, टेलीमेडिसिन को बढ़ावा, निजी क्षेत्र में कई उच्च श्रेणी के चिकित्सा संस्थानों का राज्य में आना ऐसे कदम हैं जिनसे राजस्थान में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में जल्द ही पोर्टेबिलिटी की व्यवस्था होने से दूसरे राज्यों के मरीज भी यहां इलाज के लिए आ सकेंगे. सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार हो रहे सुधार और उचित दरों पर इलाज की उपलब्धता के कारण राज्य में मेडिकल टूरिज्म की संभावनाएं तेजी से विकसित हुई हैं. राज्य सरकार नीतिगत निर्णयों के माध्यम से इन संभावनाओं को और अधिक विस्तारित करना चाहती है. फार्मा और होटल कारोबार समेत अन्य उद्यमों को भी इससे बढ़ावा मिलेगा.'
मेडिकल टूरिज्म को बढ़ाने के लिए सुझाव
बैठक में चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों ने राज्य में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें राजधानी सहित अन्य जिलों में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित करना, सड़क और हवाई कनेक्टिविटी में सुधार करना, चिकित्सा शिक्षा में अवसर बढ़ाना शामिल है. मरीजों और उनके परिवारों के लिए पर्याप्त आवास सुविधाएं, निजी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों को प्रोत्साहित करने के लिए नियमों को अधिक आसान और निवेश अनुकूल बनाना. महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन विकास स्वर्णकार ने बताया कि चिकित्सा विभाग द्वारा तैयार प्रारूप में मेडिकल टूरिज्म को बेहतर तरीके से बढ़ावा देने के लिए सभी पक्षों को शामिल किया गया है. मणिपाल अस्पताल के निदेशक रंजन ठाकुर ने कहा कि चिकित्सा पर्यटन के लिए बेहतर नीति लाने के लिए चिकित्सा विभाग के प्रयासों की सराहना की गई.
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