Bharat Jodo Nyay Yatra: राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के अवरोधक तोड़कर गुवाहटी में प्रवेश करने के बाद से असम में सियासी बवाल खड़ा हो गया है. राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 'भीड़ को उकसाने' का आरोप लगाते हुए DGP को राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. जिसके बाद FIR दर्ज कर ली गई है. इसके बाद से देशभर में कांग्रेस नेता असम सीएम के फैसले का विरोध कर रहे हैं. बुधवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भी इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए बड़ा बयान दिया है.
'ऐसे नई परंपरा शुरू होगी'
अशोक गहलोत ने कहा, 'असम में जो कुछ भी हो रहा है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' ऐतिहासिक यात्रा है. इस यात्रा को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया है. विशेष रूप से मुख्यमंत्री के निर्देश पर बहुत ज्यादा डिस्टरबेंस है. मुख्यमंत्री ने FIR दर्ज करने तक के आदेश दे दिए हैं. किसी भी मुख्यमंत्री को ये अधिकार नहीं होता कि वो किसी पुलिस अधिकारी से सीधा एफआईआर दर्ज करने के लिए कह सके. ये सारा काम CRPC के अंतर्गत SHO का होता है. वो तय करता है की जो घटना घटित हुई है, वो घटना किस रूप में हुई है, क्यों हुई है और क्या-क्या धाराएं लगेंगी. FIR दर्ज होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए, ये फैसला भी SHO करता है. अगर मुख्यमंत्री निर्देश देने लग जाएंगे, वो दुश्मनी निकालने के लिए किसी से भी कह देंगे, तो ये बहुत गलत होगा. मैं समझता हूं कि इस प्रकार की अगर हरकते होंगी तो जब कोई केंद्रीय मंत्री गैर बीजेपी शासित प्रदेश के दौरे पर जाएगा तो वहां के मुख्यमंत्री या गृहमंत्री भी पुलिस को FIR दर्ज करने का आदेश दे देंगे तो इससे नई परंपरा शुरू हो जाएगी.'
VIDEO |"Whatever is happening in Assam is unfortunate. 'Bharat Jodo Nyay Yatra' is a historic yatra and attempts are being made to disturb it. It is more disturbing that this is being done on the directives of the CM. No CM, not even the PM has the right to direct the police to… pic.twitter.com/59Gm7saRr0
— Press Trust of India (@PTI_News) January 24, 2024
शर्मा के एक ट्वीट से खलबली
दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने मंगलवार को अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट से युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. को जवाब देते हुए लिखा, 'मैंने असम पुलिस के महानिदेशक को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है. जिस फुटेज को श्रीनिवास ने अपने अकाउंट पर पोस्ट किया है उसे साक्ष्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. यह असम की संस्कृति का हिस्सा नहीं है. हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं. इस तरह के नक्सलवादी हथकंडे हमारी संस्कृति से बिल्कुल विपरीत हैं. आपके गैरजिम्मेदाराना आचरण और दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की वजह से अब गुवाहाटी की सड़कों पर भारी जाम लग गया.'
With reference to wanton acts of violence, provocation , damage to public property and assault on police personnel today by Cong members , a FIR has been registered against Rahul Gandhi, KC Venugopal , Kanhaiya Kumar and other individuals under section…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 23, 2024
'उनके दिलों में डर दिखता है'
राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को फिर से शहर की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के लिए दो स्थानों पर अवरोधक लगाए गये थे. जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और फिर अवरोधक तोड़ दिए. इस दौरान पुलिस को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बल प्रयोग भी करना पड़ा. गांधी ने शहर के बाहरी इलाके में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'हमने अवरोधक तोड़े हैं लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे. असम के मुख्यमंत्री का डीजीपी को मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश देना उनके दिलों में डर को दिखाता है.' वहीं अवरोधक लगाकर साजिश करने का आरोप लगाते हुए युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष ने 'एक्स' पर कहा, 'जितना चाहे उतनी लाठियों का इस्तेमाल कर लो....यह जंग अब जारी रहेगी.'
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