ऊपर तस्वीर में जो भवन आप देख रहे हैं, वो एक सरकारी स्कूल का भवन है. तस्वीर में ऐसा लग रहा है कि फर्श पर ग्रीन कारपेट बिछाया गया हो लेकिन हकीकत कुछ और है. दरअसल इस स्कूल में पांच साल से पानी जमा है. जिसके ऊपर पर ग्रीन कारपेट जैसा कचड़ा जमा हो गया है... शिक्षा व्यवस्था की लाचारगी की पोल खोलती यह तस्वीर राजस्थान के भरतपुर जिले की सेवर पंचायत से सामने आई है. जहां के गांव अनाह में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में विगत पांच वर्षों से जलभराव की समस्या है. बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब न हो इसे लेकर गांव वालों के सहयोग से विद्यालय से सटे मंदिर में नियमित कक्षाएं लगाई जा रही हैं.
विद्यालय गांव की पोखर के किनारे स्थित है. पोखर में पानी की अधिकता के चलते विद्यालय की बिल्डिंग में आ जाता है और बिल्डिंग रोड से नीचे होने के चलते पानी की निकासी नहीं हो पाती है. यही वजह है कि विगत 5 वर्षों से जलभराव की समस्या है.
कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन काफी दिनों तक टालमटोल के बाद अब आखिरकार शिक्षा विभाग ने इस विद्यालय की समस्या के निराकरण के लिए बजट पारित करवाकर जल्द ही नए सिरे से बिल्डिंग का निर्माण करवाया जाएगा.
विद्यालय की संस्था प्रधान ममता चौधरी ने बताया यह विद्यालय गांव की पोखर के किनारे है. बारिश के मौसम में पोखर में पानी की क्षमता अधिक होने से पानी का बहाव विद्यालय की तरफ हो जाता है. विद्यालय की बिल्डिंग रोड से नीचे होने के चलते बारिश और पोखर से आया पानी नहीं निकल पाता है. यही वजह है कि 5 साल से लगातार जलभराव की समस्या बनी हुई है.
इस समस्या को लेकर संबंधित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन अभी तक समस्या का हल नहीं हो पाया है. एडीसीपी समसा अनिल कुमार ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय अनाह में जलभराव की समस्या की लगातार शिकायतें मिलती रही हैं.
इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए शिकायत का प्रपोजल बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा गया था. वहां से प्रपोजल पास होकर आ गया है. साथ ही टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. इसके लिए अप्रूवल जयपुर से होना है और करीब 73 लख रुपए इसके लिए सेंशन किए गए हैं. जल्द ही इस बिल्डिंग को तोड़कर नई बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा.