
Bhilwara Crime News: राजस्थान जिले के भीलवाड़ा पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी वारदात टल गई है. पुलिस ने 2 युवतियों सहित 6 ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो पहले हनीट्रैप के ज़रिए लोगों को फांसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नाकाम रहने पर उन्होंने नेशनल हाईवे पर वाहन चालकों से डकैती करने की योजना बनाई. भीलवाड़ा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (DST) के प्रभारी कालूराम की सूचना पर यह कार्रवाई की गई.
झाड़ियों की आड़ में छिपी थे बैठे
गंगापुर थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय ने बताया कि डीएसटी से जानकारी मिली थी कि भीलवाड़ा-उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-758) पर वाहन चालकों के साथ बदमाशों का एक गिरोह वारदात को अंजाम दे सकता है. यह गैंग हाईवे पर चौधरी होटल के पास से रावण मंगरी जाने वाले लिंक रोड पर झाड़ियों की आड़ में छिपी थी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वहां से दो युवतियों सहित 6 लोगों को संदिग्ध अवस्था में हिरासत में ले लिया.
दोस्ती कर उन्हें प्रेम जाल में फंसाने पर करती थी लूटपाट
गिरफ्तार किए गए बदमाशों से शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि यह गिरोह पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के ज़रिए लोगों से दोस्ती कर उन्हें प्रेम जाल में फंसाने की फिराक में था. उनका मकसद हनीट्रैप के ज़रिए वारदात को अंजाम देना था, लेकिन उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने अपना तरीका बदला और हाइवे पर वाहन चालकों को निशाना बनाने की योजना बनाई. कयास लगाया जा रहा है कि इन लोगों का इरादा युवतियों के ज़रिए वाहन चालकों को रुकवाकर उनके साथ लूटपाट करने का था.
हथियारों के साथ पकड़े गए बदमाश
जांच पड़ताल में पुलिस को बदमाशों के पास से दो पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस, एक स्टिक और एक बेसबॉल का डंडा बरामद हुआ है. साथ ही वारदात में इस्तेमाल की जाने वाली तीन बाइकें भी जब्त की गई हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में से केसर लाल और मनमोहन के पास से एक-एक पिस्तौल मिली है. वही नारायण के पास से स्टिक और कैलाश के पास से बेसबॉल का डंडा जब्त किया गया.
गिरफ्तार आरोपित और उनका पुराना रिकॉर्ड
गिरफ्तार किए गए 6 लोगों में चार युवक और दो युवतियां शामिल हैं. युवकों में केसर लाल पुत्र जय सिंह जाट (केमुनिया), मनमोहन पुत्र शंकर सिंह चुंडावत (कोशोधल), नारायण पुत्र हरिशंकर शर्मा (गंगापुर) और कैलाश पुत्र नारायण गुर्जर (चमनपुरा) शामिल हैं.पकड़ी गई दो युवतियों में पुर थाना क्षेत्र की रहने वाली पायल और चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना क्षेत्र में रहने वाली संगीता शामिल है.
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए सभी लोगों पर पहले से भी मामले दर्ज हैं. केसरलाल इस गिरोह का मुखिया बताया जा रहा है, जिसके खिलाफ पूर्व में रायपुर, करेड़ा, राजसमंद के आमेट और उदयपुर के सुखेर धाने में भी कई मामले दर्ज हैं. पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच एएसआई नारायण लाल कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि इन लोगों से पूछताछ जारी है और कई अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है.
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