Rajasthan Police: पुलिस के जवान अपने की कप्तान यानी कि एसपी की जासूसी कर रहे थे. मामला राजस्थान के भिवाड़ी का है. जब एसपी को खुद के जासूसी की सूचना मिली तो उन्होंने साइबर सेल में तैनात 7 पुलिस जवानों को सस्पेंड कर दिया. साथ ही मामले की जांच के लिए एक आरपीएस अधिकारी को नियुक्त किया गया है. इधर मामले में राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक यूआर साहू का भी बयान सामने आया है. यूआर साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मामला की जांच जारी है. यदि कोई दोषी पाया जाएगा तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
मामला शनिवार का, अब हुआ खुलासा
दरअसल मामला दो दिन पुराना है. शनिवार को भिवाड़ी से यह खबर सामने आई थी कि एसपी जेष्ठा मैत्री ने साइबर सेल में कार्यरत सब इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया. इस कार्रवाई की जानकारी सामने आते ही चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. लोग यह चर्चा करने लगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे इतना बड़ा निर्णय लिया गया है कि साइबर सेल में लगे पुलिस सब इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मी को निलंबित किया है. एसपी जेष्ठा मैत्री राजस्थान की सबसे खूबसूरत आईपीएस अधिकारियों में गिनी जाती है.
'भिवाड़ी संवेदनशील इलाका, वहां एसपी की जासूसी गंभीर बात'
उल्लेखनीय हो कि भिवाड़ी जैसे संवेदनशील इलाके में तैनात इस युवा एसपी की लोकेशन और गतिविधि जब उनके ही लोग पीछे से पता करेंगे तो ये वाकई गंभीर मामला है. मध्यप्रेदश के गुना की रहने वाली युवा आईपीएस को 2018 में ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग उदयपुर में मिली थी. इससे पहले मैत्रेयी सिरोही, कोटपूतली, बहरोड़ में रही हैं.
एसपी के लोकेशन पर नजर रख रहे थे साइबर सेल के जवान
बताया गया कि राजस्थान में IPS अधिकारी ज्येष्ठा मैत्रेयी की मोबाइल फोन ‘लोकेशन' पर नजर रखने के आरोप में एक उपनिरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मैत्रेयी 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल भिवाड़ी में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं.
मैत्रेयी ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया, “मुझे सूचना मिली कि भिवाड़ी साइबर पुलिस के कर्मचारी मेरी मोबाइल ‘लोकेशन' पर नजर रख रहे हैं. मामले की जांच की गई और मामला सही पाए जाने पर उपनिरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.”
साइबर सेल प्रभारी सहित इन 7 जवानों को किया सस्पेंड
एसपी ने बताया कि इस मामले की जांच पुलिस मुख्यालय करेगा. अधिकारी ने बताया कि साइबर सेल प्रभारी पुलिस उपनिरीक्षक श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
तेज-तर्रार IPS मानी जाती हैं भिवाड़ी एसपी ज्यैष्ठा मैत्रेयी
इस मामले में अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी. अब जांच इस बात की भी चल रही है कि आखिर किसके कहने पर साइबर सेल के जवान अपने ही कप्तान के लोकेशन की जासूसी कर रहे थै. मालूम हो कि ज्यैष्ठा मैत्रेयी मध्यप्रदेश के गुना की रहने वाली हैं. उन्होंने 2017 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की थी. उनकी गिनती तेज-तर्रार अधिकारियों में की जाती है.
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