Mewar University Fake Degree Case: अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मेवाड़ यूनिवर्सिटी एक बार फिर चर्चा में है. इस बार मेवाड़ यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री देने का मामला सामने आया है. फर्जी डिग्री देने के मामले में अब मेवाड़ यूनिवर्सिटी स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की रडार पर आ गई है. शनिवार को एसओजी ने मेवाड़ यूनिवर्सिटी में दबिश देकर कागजात अपने साथ ले गई हैं.
जानकारी के अनुसार राजस्थान लोक सेवा आयोग की हिंदी लेक्चरर भर्ती-2022 में फर्जी डिग्री से नौकरी पाने के मामले एसओजी ने गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी में दबिश दी और जांच पड़ताल के बाद कई दस्तावेज अपने साथ लेकर गई. फर्जी डिग्री देने के मामले में अब जांच की जा रही हैं.
MU से फर्जी डिग्री लेकर मिली नियुक्ति !
राजस्थान लोक सेवा आयोग की हिंदी लेक्चरर भर्ती-2022 में फर्जी डिग्री से नौकरी पाने के मामले में एसओजी ने सांचौर निवासी कमला विश्नोई और ब्रह्माकुमारी को अरेस्ट किया था. एसओजी ने दोनों महिलाओं से पूछताछ में मेवाड़ यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री लेकर नियुक्ति पाने की बात कबूली थी. जांच में दोनों महिला आरोपियों के भाइयों की ओर से फर्जी डिग्री उपलब्ध करवाने की बात सामने आई थी. इस पर दोनों महिला आरोपियों के भाइयों को एसओजी ने गिरफ्तार किया.
मामले में पुलिस ने किया 2 लोगों को गिरफ्तार
एसओजी ने इस मामले में कमला विश्नोई, ब्रह्माकुमारी के भाई सुरेश विश्नोई और दलपत सिंह को गिरफ्तार किया है और फर्जी डिग्री के बारे में पूछताछ की. दोनों आरोपियों ने रुपए देकर गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री लाने की बात कबूली थी. आरोपियों से पूछताछ में मेवाड़ यूनिवर्सिटी का नाम सामने आने पर जयपुर से एसओजी की टीम गंगरार पहुंची. यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार कार्यालय में करीब 5-6 घण्टे तक जांच पड़ताल की.
जांच के दौरान एसओजी टीम ने कई कागजात अपने साथ जयपुर ले गई. दो दिन पहले हुई इस कार्यवाही से मेवाड़ यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया. आपको बता दे कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी देश-विदेश के छात्र पढ़ते हैं.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस ने सुधारी 'भूल', भीलवाड़ा से सीपी जोशी तो राजसमंद से दामोदर गुर्जर को टिकट देकर साधा सियासी समीकरण
y