Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान बीकानेर जिले में आचार संहिता के उल्लंघन की अब तक 406 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिनमें से 143 सही पाई गई हैं. इन्हें लेकर पांच केस दर्ज हुए हैं, जिनमें से एक की जांच सीआईडी-सीडी करेंगी.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों के लिए 9 अक्टूबर को आचार संहिता लागू हो गई थी. उसके बाद से जिला निर्वाचन अधिकारी को सी-विजिल ऐप पर 406 शिकायतें मिली थीं. चुनाव आयोग ने ऐप पर मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण 100 मिनट में करने के निर्देश दिए थे. कुल 143 शिकायतें सही पाई गईं और 136 शिकायतों का निस्तारण तय समय में कर दिया गया. ऐप के अलावा भी आचार संहिता के उल्लंघन की 24 शिकायतें आई थीं. इनमें से 18 की कानूनन जांच करवा कर निस्तारित कर दिया गया था और बाकी पर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा पांच मामलों में पुलिस थानों में केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा के खिलाफ दर्ज मामले की जांच सीआइडी-सीबी करेगी. पिछले विधानसभा चुनावों में प्रदेश में सी-विजिल ऐप पर 4440 शिकायतें दर्ज हुई थीं, जबकि इस बार 9342 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जो पिछली बार के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा हैं.
कब कहां और क्यों दर्ज हुए मुकदमें
1. आचार संहिता उल्लंघन का सबसे पहला केस कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामनिवास कूकणा के खिलाफ सदर थाने में 12 अक्टूबर को दर्ज हुआ था. उन्होंने गांधी पार्क में बिना इजाजत के रैली निकालने की कोशिश की और गाड़ियों पर पार्टी के बैनर, पोस्टर और लाउड स्पीकर लगवाए.
2. उसके बाद खाजूवाला विधायक गोविन्द राम मेघवाल के जयपुर-जोधपुर बाइपास पर बने फार्म हाउस में उनके पोते का जन्मदिन मनाया जा रहा था. इस दौरान सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में रात 10 बजे के बाद तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था. इस पर विधायक के पुत्र गौरव के खिलाफ जेएनवीसी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.
3. बीकानेर-पूर्व विधानसभा क्षेत्र से आरएलपी उम्मीदवार मनोज बिश्नोई ने 6 नवम्बर को नामांकन के दौरान बिना इजाजत भीड़ जमा की. इस पर भी सदर थाने में केस दर्ज हुआ.
4. बीकानेर-पश्चिम से प्रत्याशी मुहम्मद शकील ने 6 नवम्बर को अपने नामांकन के दौरान बिना अनुमति जुलूस निकाला. नतीजे में सदर थाने में केस दर्ज हुआ.
5. वहीं लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने 3 नवम्बर को तय समय सीमा से ज़्यादा अवधि तक जनसभा की, जुलूस निकाला और लाउड स्पीकर का इस्तेमाल किया. इस पर भी लूणकरणसर थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया.
जिला निर्वाचन अधिकारी भगवती प्रसाद कलाल का कहना है कि सी-विजिल ऐप पर मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण 100 मिनट में किया जा रहा है. दर्ज मुकदमों की जांच पुलिस करेगी-भगवती प्रसाद कलाल-जिला निर्वाचन अधिकारी-बीकानेर.