Bisalpur Dam: टोंक जिले के लिए वरदान बीसलपुर बांध से बुधवार को अगले 105 दिन के लिए 8 टीएमसी पानी की निकासी शुरू होगी, जिससे 81 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में दाईं और बाईं नहरों के माध्यम से सिचाई होगी. इसको लेकर किसानों के साथ मंगलवार को कलेक्ट्रेड में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया. बुधवार को नहरों में पानी छोड़ने के साथ ही निर्णय लिया गया कि सबसे पहले टेल तक पानी पंहुचाने के साथ ही नहरों पर इंजन लगाकर पानी चोरी करने वालो के साथ टोंक पुलिस अब सख्ती से पेश आएगी.
पानी छोड़ने को लेकर हुई बैठक
बीसलपुर बांध के दाईं और बाईं नहरों में 8 टीएमसी पानी सिचांई के लिये पानी छोड़ने को लेकर मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई. इस दौरान बीसलपुर बांध परियोजना के अधीक्षण अभियंता वी.एस. सागर, अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार समेत बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे. बैठक में जिला कलेक्टर ने किसानों की मांग पर बांध की मुख्य दाईं व बाईं नहरों से बुधवार को सुबह 9 बजे सिंचाई के लिये नहरों में पानी छोड़ने के लिये बीसलपुर बांध परियोजना के अधीक्षण अभियंता वी.एस. सागर को निर्देश दिये.
नहरों में इंजन लगाने पर होगी कार्रवाई
जिला कलेक्टर ने बीसलपुर बांध के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि मुख्य नहरों और वितरिका तंत्र के माध्यम से पानी टेल तक नियत समय पर पहुंचने की सुनिश्चितता की जाए. उन्होंने कहा कि नहरों के संचालन के दौरान अवैध रूप से नहरों में इंजन लगाकर, पानी चोरी करने वाले काश्तकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए. बीसलपुर बांध के अधीक्षण अभियंता वी.एस. सागर ने बताया कि इस वर्ष अच्छी बारिश होने से बीसलपुर बांध पूर्ण रूप से भरा हुआ है. मंगलवार, 19 नवंबर तक बीसलपुर बांध का गेज 315.45 मीटर एवं भराव 38.351 टीएमसी है. जिसके अनुसार 8.00 टीएमसी जल बांध की दायीं और बायीं नहरों द्वारा 105 दिवस तक फसलों में सिंचाई के लिए दिया जाना प्रस्तावित है.
नहरों की सफाई में भ्रष्टाचार के आरोप
बांध परियोजना के अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि नहरों में पानी छोड़ने से जिले के 256 गांवों में 81 हजार 800 हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी. इससे किसानों को फसलों में फायदा होगा. वहीं बैठक के दौरान किसानों ने नहरों की सफाई में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए. इससे बीसलपुर बांध परियोजना के अभियंता चौंक गए. किसानों ने कहा कि जहां काम कराया जा रहा है, उसकी आवश्यकता नहीं है. जहां जरूरत है वहां कार्य नहीं कराया जा रहा है. इस पर जिला कलेक्टर ने ऐसे मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं.
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