
Rajasthan News: राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव (Anta By Election 2025) के लिए आखिरकार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. लंबे मंथन और अटकलों के बाद पार्टी ने बारां पंचायत समिति के प्रधान मोरपाल सुमन (Morpal Suman) पर भरोसा जताया है.
मोरपाल सुमन को टिकट देने के पीछे BJP की साफ रणनीति दिखती है. बीजेपी ने स्थानीय पहचान और जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश की है. मोरपाल सुमन माली समाज से आते हैं, जिसकी अंता क्षेत्र में अच्छी खासी आबादी और प्रभाव है. पार्टी ने उन्हें 'लो प्रोफाइल नेता' और 'जनसेवक' की छवि के साथ मैदान में उतारा है, जैसा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पहले ही संकेत दिया था.
कौन हैं मोरपाल सुमन?
मोरपाल सुमन बारां पंचायत समिति के वर्तमान प्रधान हैं. उन्होंने दिसंबर 2021 में हुए पंचायत राज चुनाव के बाद जनवरी 2022 में पदभार ग्रहण किया था. उनकी पत्नी नटी बाई भी वर्तमान में सरपंच (प्रशासक) हैं. उनका माली समाज से आना, अंता क्षेत्र में एक प्रभावी वोट बैंक को साधने की BJP की कोशिश है. पार्टी उन्हें जमीन से जुड़े और आम जनता की सोच के अनुरूप प्रत्याशी बता रही है.
अब त्रिकोणीय मुकाबले तय
अंता उपचुनाव अब पूरी तरह से त्रिकोणीय मुकाबले में बदल गया है, जहां हर उम्मीदवार की अपनी मजबूत पकड़ है.
- BJP उम्मीदवार: मोरपाल सुमन (स्थानीय प्रधान, माली समाज).
- कांग्रेस उम्मीदवार: पार्टी ने अपने कद्दावर नेता प्रमोद जैन भाया को फिर से मैदान में उतारा है.
- निर्दलीय चुनौती: कांग्रेस से टिकट न मिलने पर नरेश मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिससे मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है.
इस उपचुनाव से जुड़ी एक अजीबोगरीब घटना भी सामने आई थी, जिसने राजनीति के साथ-साथ साइबर क्राइम की गंभीरता को भी उजागर किया था. अंता से टिकट दिलाने के नाम पर ठगों ने BJP के इसी उम्मीदवार मोरपाल सुमन को अपना शिकार बना लिया था. दरअसल, मोरपाल सुमन को टिकट का ऐलान होने से पहले, उनके पास रविवार को एक फोन कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली BJP मुख्यालय का पदाधिकारी बताया और कहा कि उन्हें अंता उपचुनाव के लिए टिकट देने का फैसला हो चुका है. ठग ने कहा कि नामांकन के दस्तावेज तैयार करवाने के लिए 38 हजार रुपये तुरंत जमा करवाने होंगे. टिकट मिलने की खुशी और उत्साह में आकर मोरपाल सुमन ने अपने बेटे की मदद से बताए गए बैंक अकाउंट में 38 हजार रुपये जमा करवा दिए.
थोड़ी देर बाद, मोरपाल सुमन ने इसकी जानकारी बारां के BJP जिला अध्यक्ष नरेश सिंह सिकरवार को दी. तब जाकर उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ ऑनलाइन ठगी हो गई है. जिला अध्यक्ष सिकरवार ने बताया कि ठगों ने उन्हें भी गुमराह किया था. रविवार सुबह उनके पास भी दिल्ली से किसी व्यक्ति का फोन आया था, जिसने संभावित प्रत्याशियों के नाम और फोन नंबर मांगे थे. उन्होंने कुछ नाम दिए थे, जिनमें मोरपाल सुमन का नंबर भी शामिल था. इसके बाद ही ठगों ने सुमन को कॉल किया.
ये भी पढ़ें:- अंता उपचुनाव में बीजेपी टिकट के लिए नेता ने दे दिए पैसे, जब पता चली सच्चाई तो उड़े होश
यह VIDEO भी देखें