
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है. यह कार्रवाई भाजपा की प्रदेश अनुशासन समिति द्वारा की गई है. जानू पर पार्टी के अनुशासन तोड़ने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जानू को 20 जून को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उनसे पार्टी विरोधी गतिविधियों और बयानों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था. तय समय सीमा में जानू की ओर से संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया. इसके बाद समिति ने कार्रवाई कर दी.
पार्टी के खिलाफ कर रहे थे पोस्ट
नोटिस जारी होने के बाद कृष्ण कुमार जानू लगातार सोशल मीडिया पर पार्टी लाइन से हटकर पोस्ट करते हुए संगठन पर सवाल उठा रहे थे. जानू ने कहा, "मुझे राजेंद्र राठौड़ के बयान के बाद ही इशारा मिल गया था. लेकिन, पार्टी के अंदर हो या बाहर हो, मैं सवाल उठाता रहूंगा." दरअसल प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू ने फेसबुक पर भाजपा जिलाध्यक्ष पद पर जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरि की नियुक्ति के बाद एक पोस्ट किया था. जिस पर सियासी बवाल मच गया था.

फेसबुक पर किया था पोस्ट
इस पोस्ट में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू ने जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल 6 भाजपा नेताओं ओमेंद्र चारण, दिनेश धाबाई, विक्रम सैनी, विकास लोटिया, सरजीत चौधरी और योगेंद्र मिश्रा के नाम लिखकर पूछा था कि झुंझुनूं जिलाध्यक्ष की ऐसी कौन सी योग्यताएं थीं, जो आप पूरी नहीं कर रहे थे, और जिनका नॉमिनेशन किया गया है वह आप सबसे से ज्यादा योग्य हैं क्या? हम सब कार्यकर्ताओं को यह बात मान लेनी चाहिए?
कृष्ण कुमार को नोटिस
इसी पोस्ट में कृष्ण कुमार जानू ने आगे लिखा कि प्रदेश नेतृत्व जिला अध्यक्ष नियुक्त करने से पहले कौन सी योग्यताओं का अवलोकन करता है? अगर महिला कोटे में भी अध्यक्ष बनना था तो सर्वश्रेष्ठ और योग्यतम कार्यकर्ता यही थे क्या? इस पोस्ट पर अलग-अलग कमेंट के जरिए भाजपा की फजीहत हो रही थी. जिसके बाद आज भाजपा की प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कृष्ण कुमार जानू को नोटिस दिया है.
बीजेपी नेता से मांग था स्पष्टीकरण
नोटिस में ओंकार सिंह लखावत ने लिखा है कि कृष्ण कुमार जानू के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने समय-समय पर पार्टी की रीति-नीति और निर्णयों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी टिप्पणियां की है. इसी नोटिस में आगे लिखा है कि कृष्ण कुमार जानू ने भाजपा झुंझुनूं जिलाध्यक्ष हर्षिनी कुलहरि की नियुक्ति के संबंध में सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की है, जो पार्टी के अनुशासनहीनता की परिभाषा में आता है. इसलिए कृष्ण कुमार जानू से कहा गया है कि वे अपना इस संदर्भ में स्पष्टीकरण लखावत के पत्र प्राप्ति के सात दिन के अंदर अंदर प्रस्तुत कर दें.
कौन हैं कृष्ण कुमार जानू
- 1988 से 1995 तक एबीवीपी के संगठन मंत्री रहे.
- 1998 से 2001 भाजयुमो के झुंझुनूं जिलाध्यक्ष रहे.
- 2003 में मंडावा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा.
- 2006 में भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव में मंत्री कालीचरण सर्राफ से अभद्रता मामले में उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया.
- 2023 में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन्हें प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी.
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