Rajasthan News: सीमा सुरक्षा बल महानिदेशक तीन दिवसीय दौरे पर जैसलमेर में हैं. DG नितिन अग्रवाल साऊथ सेक्टर के बाद अब नार्थ सेक्टर का भी दौरा किया. जैसलमेर से लगी भारत-पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर अग्रिम सीमा चौकियों पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. तत्पश्चात DG नितिन अग्रवाल जैसलमेर बॉर्डर पर तैनात 166वीं वाहिनीं के तनोट परिसर में पहुंचे. तनोट पहुंचने पर नार्थ DIG योगेंदर सिंह राठौड़, सुरेन्द्र कुमार, समादेष्टा (संक्रिया) और श्री वीरेंदर पाल सिंह, समादेष्टा 166वीं वाहिनी ने उनका स्वागत किया.
डीजी के दौरे से बॉर्डर टूरिज्म को लगेंगे पंख
तनोट पहुंचने पर DG अग्रवाल को BSF के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद अग्रवाल मंदिर परिसर में मौजूद शहीद स्मारक (विजय स्तम्भ स्थल) पर शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे श्रद्धांजलि देते हुए याद किया. इसके बाद DG अग्रवाल ने तनोट में चल रहे तनोट पर्यटन विकास कार्यों का जायजा लेते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले तमाम कार्यो पर विस्तार से चर्चा भी की. उम्मीद जताई जा रही है कि DG के इस दौरे के बाद अब बॉर्डर टूरिज्म जल्द प्रॉपर तऱीके से जल्द शुरू होगा. इसके बाद उन्होंने मंदिर पहुंचकर मातेश्वरी तनोट राय की विशेष पूजा-अर्चना कर देश में अमन, चैन, सुख-समृद्धि व बॉर्डर पर तैनात जवानों के सुरक्षित जीवन की कामना की.
रूमाल वाली देवी के दर्शन कर मांगी मन्नत
दर्शन के पश्चात DIG राठौर द्वारा उन्हे माता का एक चित्र व आशीर्वाद रूपी प्रसाद भेंट किया. इस दौरान महानिदेशक ने रूमाल वाली देवी के दर्शन कर वहां रूमाल भी बांधा और माता से मनोकामना भी की. वहीं नॉर्थ सेक्टर के बीएसएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की. मंदिर में रखी ऐतिहासिक फोटो व भारत पाक युद्ध में माता की कृपा से बिना फूटे रह गए जिंदा बम को देखा. शाहगढ़ सीमा पर फेंसिंग की सुरक्षा को लेकर DG नितिन अग्रवाल ने कहा सुरक्षा तो इंसान से ही होगी, हमारे जो सैनिक हैं सीमाओं पर मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं. उन्हीं का हौसला अफजाई करने के लिए अधिकारी आते रहते हैं और जवान चौकस हैं. स्मार्ट फेंसिंग को लेकर कहा कि बीएसएफ कई सारे उपकरण यूज कर रहा है. उनसे जवानों की मदद होती है, जिससे सुरक्षा व्यवस्थाओं में अधिक मजबूती मिलती है.
'बीएसएफ ने 2023 में 1000 Kg हेरोइन पकड़ी'
DG अग्रवाल ने कहा कि सीमा पार से आने वाले ड्रोन की कोशिश को मटियामेट करने के लिए कई सारी बीओपी पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं. और भी एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने का कार्य जारी है. एंटी ड्रोन एक मशीन है जो ड्रोन को ऊपर से नीचे लाता है. लेकिन उसे पकड़ने से पहले देखना होता है, जो काम हमारा मुस्तेदी से ड्यूटी कर रहा जवान करता है. सीमा से सटे ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण वासी काफी मदद करते हैं और बीएसएफ को जानकारी देते हैं. DG अग्रवाल बताते है कि ज्यादातर ड्रग्स का मामला देखा जाता है. ड्रग्स पूरी दुनिया में फैल चुका है. जिसको बेचना है वह बचेगा, जबकि सुरक्षा एजेंसियों का काम है उसे नेस्तनाबूद करना. बीएसएफ ने पिछले वर्ष 1000 किलो हीरोइन पकड़ी थी और 100 के करीब ड्रोन पकड़े हैं. इस साल 2024 में भी काफी हीरोइन बरामदगी हो चुकी है और आगे भी हम इन सब पर सतर्कता बरतें हुए है.
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