
Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के कुंडल क्षेत्र में एक चीतल के साथ दर्दनाक हादसा सामने आया है. जानकारी के अनुसार, सरिस्का वन क्षेत्र से भटकर कुंडल पहुंचे चीतल पर श्वानों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. स्थानीय वन जीव प्रेमियों और वनकर्मियों ने घायल चीतल को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत की. वन विभाग के संसाधनों के अभाव के चलते करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद चीतल को रेस्क्यू किया जा सका.
रेस्क्यू करके सरिस्का वन क्षेत्र में छोड़ा
वन जीव प्रेमियों और वनकर्मियों ने घायल चीतल को पशु चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया. इलाज के बाद चीतल को सरिस्का वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया. यह घटना कुंडल क्षेत्र के बैरवा ढाणी में हुई. वन विभाग की टीम ने राहत कार्य में तेजी दिखाई और घायल चीतल को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. वन विभाग की इस कार्रवाई की सराहना की जा रही है.
बाएं पैर के ऊपर आए कई टांके
पशु चिकित्सक डॉ. रमेश ने बताया कि श्वानों के हमले से चीतल हिरण के बाएं पैर के ऊपर काफी गहरा घांव हो गया है, जिस वजह से कई टांके लगाने पड़े हैं. वनकर्मी रामप्रसाद मीना और दिग्विजय सिंह ने बताया कि इसकी सूचना विभाग उच्चाधिकारियों को दी गई है. उच्चाधिकारियों के निर्देश पर घायल चीतल का इलाज करवाकर उसे दोबारा सरिस्का वन क्षेत्र में पांडूपोल भर्तृहरि के पास उनकी प्रजातियों के हिरणों में छोड़ दिया गया है.
ऐसे घटनाएं रोकने के लिए उठाएंगे कदम
वन जीव प्रेमियों का कहना है कि वन विभाग को वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए और अधिक संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं में वन्यजीवों को बचाया जा सके. वहीं, वन विभाग की टीम ने बताया कि वे इस घटना की जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे.
ये भी पढ़ें:- राजस्थान के गंगानगर में तापमान 47 डिग्री के पार, जानें कब होगी बारिश; IMD की नई भविष्यवाणी
यह VIDEO भी देखें