
चित्तौड़गढ़: लद्दाख में सेना में शामिल चित्तौड़गढ़ के एक जवान की मंगलवार को शहीदी की खबर आई. उनका नाम लादू लाल सुखवाल था. लद्दाख के 16 राजपूत राइफल्स में सेवा सैनिक लादू लाल की शहीदी की खबर उनके परिवार को फ़ोन पर मिली. खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया. हालांकि मौत के कारण का खुलासा नहीं हुआ है. फिलहाल कार्डियक अरेस्ट की प्रारंभिक बात सामने आ रही है.
एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि लद्धाख में जवान लादू लाल पिता प्रभु लाल सुखवाल के शहीद होने की पुष्टि की हैं. परिजनों के अनुसार उनकी आयु 32 वर्ष थी और अगले साल सेवानिवृत्ति होने वाली थी. जवान सुखवाल 3 माह पूर्व ही उनके पैतृक गांव रुद आए थे. अपनी छोटी सी उम्र में सैनिक लादू लाल सुखवाल ने वीरता और समर्पण से सेना की सेवा की.

शहीद सैनिक लादू लाल सुखवाल
बताया जा रहा है कि 15 अगस्त के कारण जवान का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को दोपहर जवान लादू लाल का पार्थिव शरीर उदयपुर एयरपोर्ट पर पंहुचा और वहां से सड़क मार्ग से मावली, फतहनगर, कपासन होते हुए उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव राशमी तहसील के रुद गांव पहुंचा. इस दौरान जगह-जगह लोगों ने जवान को श्रद्धांजलि दी व अमर रहे के नारे लगाऐं.
अंतिम संस्कार में रिश्तेदारों सहित आसपास के कई गांवों के लोग पहुंचे. शहीद लादू लाल का पार्थिव शरीर उनके निवास से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. इस मौके पर जिले के प्रमुख अधिकारी, स्थानीय नेता और पुलिस प्रशासन उनके परिवार के साथ खड़े रहे और उनके बलिदान के लिए उन्हें सैल्यूट कर श्रद्धांजलि दी.