
Rajasthan News: राजस्थान के चूरू जिले के निवासी एक वायुसेना के जवान को पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में बहादुरी दिखाने के लिए वीरता पदक दिया जाएगा. भारतीय वायुसेना में सार्जेंट रहे भले सिंह को वीरता पदक देने की घोषणा 14 अगस्त को राष्ट्रपति भवन से जारी वीरता पदक की लिस्ट में की गई है. भले सिंह को उनके अदम्य साहस के लिए वीरता पदक दिए जाने की खबर जैसे ही चूरू के लोगों को मिली तो सभी फूले न समाए.
S-400 एयर डिफेंस यूनिट के थे इंचार्ज
जिले के हासियावास गांव के रहने वाले सार्जेंट भलेसिंह ऑपरेश सिंदूर के दौरान वायुसेना की एस-400 एयर डिफेंस यूनिट में लॉन्चर इंचार्ज थे. इस दौरान पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16, अवाक्स समेत 5 लड़ाकू विमानों मार गिराने में अहम योगदान दिया. वायुसेना में सार्जेंट रहे भले सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान की ओर से क्रूज मिसाइलें, स्टैंड-ऑफ वेपन्स, फतेह मिसाइलें दागी गईं.
अचानक खराब हुआ एयर डिफेंस सिस्टम
उस समय एस-400 यूनिट ने दुश्मन के अधिकांश हथियार हवा में ही नष्ट कर दिए. वह वायुसेना से 30 जून को रिटायर्ड हो चुके हैं. भले सिंह ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े उस समय को याद करते हुए कहते हैं कि एक रात सबसे खतरनाक क्षण तब आया, जब गोलाबारी और मिसाइल हमलों के बीच एक लॉन्चर सिस्टम खराब हो गया, क्योंकि उस सिस्टम से हमने बहुत मिसाइलें फायर कर दीं थीं.

लगातार हो रहे थे ड्रोन अटैक
अब उस रात के अंधेरे में हमारे पास एक ही ऑप्शन था कि या तो सिस्टम को वही पर छोड़कर आगे बढे़ं. ताकि इसको बाद में हम लोग वापस लेकर जा सके, क्योंकि उस समय हम पर हमले का खतरा ज्यादा था, पाकिस्तान लगातार मिसाइड अटैक किए जा रहे थे. अगर लॉन्चर सिस्टम छोड़कर जाते तो जो हमारे पास मिसाइलें थीं, उनके नष्ट होने के ज्यादा चांसेस थे. उस समय लगातार ड्रोन अटैक हो रहे थे.
सिस्टम को ठीककर गिराया अवाक्स विमान
इस पर हम सबने तय कि सिस्टम को छोड़कर नहीं जाएंगे और 4 लोगों की टीम बनाई. रात के अंधेरे में उस लॉन्चर सिस्टम को ठीक करके अपनी लोकेशन पर ले गए. यह सब बिना कोई लाइट जलाए पूरी तरह सिकरेटली किया गया. बाद में हमने उस सिस्टम से 2 टारगेट को नष्ट किया. एक तो पाकिस्तान का अवाक्स विमान (AWACS) था, जिसे पेशावर के पास 314 किलोमीटर दूर मार गिराया.
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