![राहुल कस्वां ने शुरू की नई रणनीति, राजेंद्र सिंह राठौड़ को दे डाली खुली चुनौती! राहुल कस्वां ने शुरू की नई रणनीति, राजेंद्र सिंह राठौड़ को दे डाली खुली चुनौती!](https://c.ndtvimg.com/2024-03/d3henkl8_rahul-kaswan-vs-rajendra-rathord_625x300_10_March_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Churu Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है. राजस्थान में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होने हैं. ऐसे में चुनाव के लिए महज 1 महीने का समय बाकी रह गया है. चुनावी माहौल के बाद अब प्रत्याशी अपने प्रतिद्वंदियों को चुनौती देना शुरू कर दिया है. वहीं राजस्थान का चूरू लोकसभा सीट पर लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाला है. क्योंकि इस सीट पर बीजेपी के बागी राहुल कस्वां कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. जबकि उनके सामने देवेंद्र झाझरिया की चुनौती है लेकिन राहुल कस्वां की असली लड़ाई राजेंद्र सिंह राठौड़ से है. क्योंकि उनका मानना है कि बीजेपी में उनकी टिकट राजेंद्र राठौड़ की वजह से ही काटी गई है.
बता दें, राहुल कस्वां चूरू लोकसभा सीट से लगातार 2014 और 2019 में जीत दर्ज कर चुके हैं. वहीं, इससे पहले उनके पिता राम सिंह कस्वां 1999 से 2009 तक इस सीट को जीतते आए हैं. हालांकि दोनों उस समय बीजेपी में थे. लेकिन अब कांग्रेस में हैं.
राजेंद्र सिंह राठौड़ को राहुल कस्वां की चुनौती
राहुल कस्वां अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और सभाओं में हिस्सा ले रहे हैं. इसके साथ ही विधायकों से मुलाकात कर सारी स्थिति और रणनीति का जायजा ले रहे हैं. रविवार को राहुल कस्वां ने राजेंद्र सिंह राठौड़ पर हमला बोलते हुए कहा कि
चूरू में मैंने और पिता ने हमेशा सेवा की है
राहुल कस्वां बीजेपी से कांग्रेस में आए हैं ऐसे में अब वह सबसे पहले पार्टी के कार्यकर्ताओं में अपना विश्वास बना रहे हैं. वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता भी उनका पार्टी में आने का स्वागत कर रहे हैं. रविवार को राहुल कस्वां कांग्रेस विधायक अनिल शर्मा से मुलाकात की चुनावी रणनीति पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा चुनाव जनता की आवाज होती है. लेकिन इस बार कुछ लोग जनता की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं. जिसका जवाब चूरू लोकसभा क्षेत्र की जनता जरूर देगी. उन्होंने कहा कि
राहुल कस्वां ने कहा चूरू जिले के लिए रेल क्षेत्र में 3200 करोड़ रुपये के काम करवाए हैं. किसानों को बीमा क्लेम सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलवाया है. लोकसभा में किसानों की आवाज बनकर बोलने पर प्रदेश के अन्य जिलों की बजाए चूरू के किसानों को बीमा कंपनी के द्वारा अधिक क्लेम दिया गया.
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