Jhunjhunu By-Election: राजस्थान में उपचुनाव को लेकर नेताओं का प्रचार तेज हो गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने झुंझुनूं विधानसभा उप चुनाव में जनसभा को संबोधित किया. सीएम ने कहा कि झुंझुनूं की धरती जवानों और किसानों की है. शेखावाटी का पानी और यहां का व्यक्ति बहुत ही गहरे हैं. झुंझुनूं की हवा अब बदली-बदली सी नजर आने लगी है. बता दें कि बीजेपी से प्रत्याशी राजेंद्र भांबू के समर्थन में वोट की अपील के लिए झुंझुनूं के सुल्ताना में मुख्यमंत्री ने सभा की. इस दौरान उन्होंने झुंझुनूं विधानसभा की जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट डालने की अपील की. साथ ही सरकार की जनकल्याण योजनाओं की चर्चाओं के कांग्रेस पर भी हमला बोला.
सामाजिक कल्याण विभाग व झुंझुनूं जिलें के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत ने अपने संबोधन में कहा की इस बार झुंझुनूं की जनता 13 तारीख को झुंझुनूं में ओला का झोला खाली करेगी. इस बयान के बाद झुंझुनूं में एक बार फिर चुनावी चर्चा गर्म हो गई हैं.
झुंझुनूं में क्यों हो रहा उपचुनाव?
राजस्थान में 7 सीटों पर उप चुनाव हो रहे है. उनमें झुंझुनूं जिले की झुंझुनूं विधानसभा भी शामिल हैं. झुंझुनूं विधानसभा कांग्रेस का गढ़ रही हैं. पिछले चार विधानसभा में कांग्रेस के बृजेंद्र ओला विधायक है. अब बृजेंद्र ओला के सांसद बनने के बाद झुंझुनूं विधानसभा पर उप चुनाव हो रहे है.
दोनों पार्टियों ने जीत के लिए झोंकी ताकत
कांग्रेस का गढ़ कहे जानी वाली झुंझुनूं विधानसभा में इस बार बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक रखी हैं. रोज बड़े नेताओं के दौरे हो रहे है. अब तक उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, शिक्षामंत्री मदन दिलावर, और प्रभारी मंत्री लगातार बैठकें ले रहे है.
सांसद बृजेंद्र ओला के बेटे और राजेंद्र भांबू में टक्कर
विधानसभा उप चुनाव में दोनों ही पार्टियां के प्रत्याशी अपना अपना दमखम दिखाने में लगे हुए. वही दोनों ही पार्टियां के समीकरण बिगड़ने में लाल डायरी से चर्चाओं में आए पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा भी निर्दलीय चुनावी मैदान में है. अब झुंझुनूं विधानसभा का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
ये भी पढ़ें- UP के बूचड़खाने कटने जा रहे 35 जिंदा पशुओं को पुलिस ने बचाया, 2 तस्कर गिरफ्तार