![त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा, अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए की विशेष पूजा-अर्चना त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा, अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए की विशेष पूजा-अर्चना](https://c.ndtvimg.com/2024-01/686bhigo_cm-rajasthan_625x300_15_January_24.jpg?downsize=773:435)
सीएम भजनलाल शर्मा आज बांसवाड़ा जिले के दौरे हैं. मुख्यमंत्री शर्मा सुबह सुबह त्रिपुरा सुंदरी माता का मंदिर पहुंचे और 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की सफलता और देश में खुशहाली की कामना को लेकर त्रिपुरा सुंदरी मां की पूजा-अर्चना की. संकट मोचन देवी के रूप में मशहूर त्रिपुरा सुंदरी माता के दर्शन के बाद राजस्थान सीएम तलवाड़ा पहुंचे, जहां वो विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर में शिरकत करेंगे.
CM भजनलाल आज बांसवाड़ा जिले के त्रिपुरा सुंदरी माता के मंदिर पहुंचे और 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की सफलता की कामना को लेकर पूजा-अर्चना की.
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) January 15, 2024
पूरी खबर पढ़ें: https://t.co/TvPFeMzmdU@SubhasharunaBsw #tripurasundari #CMBhajanlal pic.twitter.com/lpH00n7cRN
इस अवसर पर राजस्थान सीएम ने मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की और देश -प्रदेश में सर्वजन की कुशलता की कामना की. त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के पंडित दिव्य भारत पंड्या ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा विशेष रूप से श्री राम मंदिर के लिए अनुष्ठान और पूजा अर्चना की गई.
सत्ता का सुख देने वाली देवी के रूप में मशहूर शक्तिपीठ त्रिपुरा सुंदरी देवी मंदिर आस्था का वो धाम है, जहां देश-दुनिया के बड़े से बड़े ओहदेदार नेता माता के चरणों में अपना शीश को नवाते हैं. इस शक्तिपीठ के प्रति सिर्फ स्थानीय श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि विशिष्ट और अतिविशिष्ट जनों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं.
![Latest and Breaking News on NDTV Latest and Breaking News on NDTV](https://c.ndtvimg.com/2024-01/4ogp80co_maa-tripura-sundri-temple-in-banswara-rajasthan_625x300_14_January_24.jpg?im=FaceCrop)
राजस्थान, एमपी, गुजरात सहित पूरे देश के कई राजनीति के दिग्गज नेता मां त्रिपरा सुंदरी देवी से आर्शीवाद लेने पहुंचते हैं. दिन में तीन बार स्वरूप बदलने के चलते त्रिपुरा सुंदरी नाम से पुकारने जान वाली माता के मंदिर के निर्माण को लेकर ऐतिहासिक लेख तो नहीं मिलते, लेकिन यहां मिले शिलालेख से पता चलता है कि सम्राट कनिष्क के काल से पहले ही यह मंदिर आस्था का बड़ा केंद्र था.
ये भी पढ़ें-पीएम मोदी आज आदिवासी क्षेत्र बारां से करेंगे जनमन योजना का शुभारंभ, वर्चुअली जुड़ेंगे प्रधानमंत्री